रायपुर

डाक विभाग में नाइट शिफ्ट बंद होने से बढ़ी दिक्कत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 सितंबर। इन दिनों कॉलेज- विश्वविद्यालयों में एडमिशन और नौकरियों के लिए आवेदन के साथ इंटरव्यू का दौर चल रहा है। डाक विभाग की ढिलाई, लापरवाही से और अभ्यर्थियों को कॉल लेटर नहीं मिल रहे या लास्ट डेट के बाद। यह सिलसिला बीते दो महीने से चल रहा है।
टिकरापारा स्थित नेशनल सार्टिंग हब (एन एस एच) में आज दोपहर तक 450 बैग (बोरे) भरे हुए छंटनी के लिए पड़े हैं। इनमें से कुछ राजधानी में बंट ने और कुछ दीगर शहरो, राज्यों को जाने वाले चि_ी पत्री पार्सल शामिल हैं। आज आई ये डाक दो दिन बाद ही सार्ट छंटनी कर पोस्टमैन को वितरण के लिए दिया जा रहा है। यानी दो दिन के बैक डेट पर डाक बंट रही है । इससे समझा जा सकता है कि एडमिशन फार्म, नौकरी के आवेदन पत्र, इंटरव्यू लेटर सब कुछ दो दिन बाद ही अभ्यर्थियों को मिल रहे हैं। और वे, डाक विभाग की ढिलाई से भविष्य के इस अवसर से चूक रहे हैं। और इसकी जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है।
इस संबंध में विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह देरी सार्टिंग की तीसरी नाइट शिफ्ट बंद होने की वजह से दो महीने से यह सिलसिला चल रहा है। राखी कि डाक बीते शनिवार तक बंटती रही है। अब एन एस एच में दो ही शिफ्ट सुबह 6-2 और 2-10 बजे तक छंटनी की जा रही है। वहीं रेलवे स्टेशन स्थित आर एम एस में तो एक ही शिफ्ट 2-10 बजे तक काम हो रहा है। तीसरी शिफ्ट डेली वेजेस में नियुक्त कर्मियों को हटा दिए जाने से बंद कर दी गई है । इसके पीछे विभाग फंड न होने का रोना रो रहा है। आला अफसर राजधानी जैसे महत्वपूर्ण सेंटर के लिए अतिरिक्त बजट कि व्यवस्था करने रूचि नहीं ले रहे। रायपुर का सौभाग्य है कि इस समय सीपीएमजी ऐसे पदस्थ है जो सार्टिंग के महत्व को समझती हैं। मुंबई जीपीओ में डायरेक्टर रही अफसर की इस पर अनदेखी की विभाग में चर्चा है। वहीं एसआरएम और एन एस एच के प्रभारी भी बस निरीक्षण की औपचारिकता निभा आते हैं।