धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 21 सितम्बर। केंद्र सरकार ने नारी शक्ति वंदन के नाम पर महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश किया है। इस पर सवाल उठाते हुए सिहावा विधायक डॉ लक्ष्मी ध्रुव ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पर मोदी सरकार की नियत साफ नहीं है। देश की आधी आबादी को साधने के नाम पर उनके साथ सिर्फ धोखा किया जा रहा है। अगर केंद्र सरकार महिलाओं की वाकई हितैषी होती तो महिला आरक्षण विधेयक को तत्काल लागू किया जाता, लेकिन सरकार में जानबूझकर विधेयक में ऐसा प्रावधान किया है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले महिला आरक्षण लागू होना संभव नहीं है जिसके कारण इस लोकसभा चुनाव में महिलाओं को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाएगा।
आगामी समय में विभिन्न प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी यह विधेयक महिलाओं के लिए किसी काम का नहीं रहेगा। मोदी सरकार की कोशिश सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने की नजर आती है। आरक्षण को लेकर भाजपा की हमेशा दोहरी नीति रही है, एक ओर छत्तीसगढ़ में प्रदेश सरकार के द्वारा दिये जाने वाले आरक्षण को राज्यपाल के द्वारा अटकाकर रखा गया दूसरी ओर महिला आरक्षण विधेयक लाकर महिलाओं का हितैषी बनने का सिर्फ ढोंग किया जा रहा है।