धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 23 सितम्बर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मंशा के अनुरूप राज्य में शिक्षा के विकेंद्रीकरण हेतु स्कूल काम्प्लेक्स को लागू किया गया है। इसके अंतर्गत हायर सेकेंडरी और कहीं कहीं पर हाईस्कूल को स्कूल काम्प्लेक्स का केंद्र और प्राचार्य को संकुल का मुखिया बनाया गया है।
संकुल प्राचार्य के अकादमिक सहायक के रूप में संकुल समन्वयक को भी रखा गया है। इस व्यवस्था के अंतर्गत एक संकुल के अधीन दो तीन मिडिल स्कूल और अधिकतम सात आठ प्रायमरी स्कूल को रखा गया है ताकि संकुल प्राचार्य के नेतृत्व एवम मार्गदर्शन में संकुल के सभी विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। इन स्कूलों की मॉनिटरिंग कर शैक्षिक गतिविधियों की समीक्षा कर शिक्षकों को अकादमिक मार्गदर्शन देने का काम संकुल प्राचार्य एवं संकुल समन्वयक का है। योजना बहुत ही अच्छी है और सही ढंग से क्रियान्वित करने पर शत प्रतिशत परिणाम आने की संभावना है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति की इसी मंशा को संकुल सिंगपुर एवम खड़मा, विकासखण्ड मगरलोड के शिक्षक संकुल प्राचार्य डॉ व्ही. पी.चन्द्रा एवम संकुल समन्वयक जितेंद्र ग्वाल एवं दानीराम देवांगन के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में ,पूरे करने में लगे हुए हैं। दोनों संकुल के शिक्षकों की अकादमिक बैठक के लिये बकायदा एजेंडा तय कर इस पर न केवल विस्तृत बातचीत की जाती, बल्कि इस पर स्कूलों में हुए कार्यों के आधार पर प्रस्तुतिकरण भी किया जाता है।
इस संकुल की खासियत यह है कि यहाँ की अकादमिक बैठक अलग अलग स्कूलों में बारी-बारी से की जाती है। वर्तमान मीटिंग में ही आगामी मीटिंग का एजेंडा एवं तिथि तय कर देने से शिक्षकों को कार्य करने में आसानी होती है। चर्चा का मुख्य केंद्र बिंदु होता है बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता जिसके लिए लर्निंग आउटकम आधारित कक्षा शिक्षण,गतिविधि आधारित कक्षा शिक्षण,कक्षा शिक्षण में टीएलएम का उपयोग,अवधारणा एवं समझ आधारित शिक्षण,सतत एवम प्रतिदिन बच्चों का आंकलन कर विद्यार्थी विकास सूचकांक का संधारण कर बच्चों की ए, बी,सी,डी.ग्रेडिंग कर समूह शिक्षण,पीयर लर्निंग ,वाचनालय का अधिकतम उपयोग, पाठ्येत्तर गतिविधियों का क्रियान्वयन आदि मुद्दों पर गम्भीर चर्चा की जाती है।
संकुल स्तर पर आयोजित अकादमिक बैठक में पहली बार इस तरह की चर्चा होने से शिक्षकों में उत्साह का संचार हुआ है। दोनों संकुल के शत प्रतिशत शिक्षकों ने संकुल प्राचार्य के नेतृत्व में यह संकल्प लिया है कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति की अनुशंसा को हर हाल में पूर्ण करेंगे।
इस क्रम में शुक्रवार को खड़मा संकुल के माध्यमिक शाला मुडक़ेरा में संकुल की बैठक डॉ चन्द्रा के नेतृत्व में की गई। इस बैठक में एनईपी की अनुशंसा के अनुरूप शिक्षा में टेक्नोलॉजी के उपयोग को इन दोनों संकुल में समुदाय के सहयोग से स्मार्ट टी वी. को अनिवार्य करने का प्रस्ताव संकुल प्राचार्य के द्वारा रखा गया, जिसे सभी शिक्षकों ने एक मतेन स्वीकार कर 9 अक्टूबर तक हर हाल में स्मार्ट टी. वी.की व्यवस्था का संकल्प लिया गया।
बैठक में दोनों संकुल के सभी शिक्षक उपस्थित थे। टी.वी.की व्यवस्था के बाद सभी शिक्षकों को कक्षा शिक्षण में इसके उपयोग पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षा में एजुकेशन टेक्नॉलाजी के उपयोग से निश्चित ही इन दोनों संकुल की शिक्षा गुणवत्ता में वृद्धि होगी। शिक्षक तथा पालकों के बीच इस अनूठे पहल के प्रति उत्साह का संचार हुआ है। संकुल की आगामी बैठक कमईपुर में होगी।