रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 सितंबर। छत्तीसगढ़ के 240 से ज्यादा एमडी,एमएस डॉक्टर्स स्वास्थ्य विभाग की ढिलाई की वजह से 2 महीने बाद भी पोस्टिंग का इंतजार कर रहे है । वह भी ऐसे वक्त जब सरकार. डाक्टरों की कमी बताती है। इनकी आज तक बॉंड पोस्टिंग नहीं निकली है जिसकी वजह से ये डॉक्टर्स घर पे बैठे है। छत्तीसगढ़ राज्य में चयन के बाद 2- 2 साल का बांड होता है। मतलब टोटल 4 साल का बांड करना होता है जो कि पूरे भारत मे कहीं नहीं है । एक तो बांड 4 साल का और ऊपर से कोर्स कम्पलीट होने के बाद भी - अधिकारी समय से बांड पोस्टिंग नहीं निकालते है जिसकी वजह से डॉक्टरों का एक बड़े समूह का समय सिर्फ बांड पोस्टिंग के इंतजार में खराब होता है। जूडो के एक्स- प्रेजिडेंट डॉ प्रेम चौधरी ने बताया कि डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए बॉंड करवाया जाता है, जब डॉक्टरों की कमी है तो फिर पोस्टिंग क्यों टाइम से नहीं दिया जाता है।
न उनको रजिस्ट्रेशन दिया जाता है जिसकी वजह से बोंडेड डॉक्टर्स कहीं प्रैक्टिस भी नहीं कर सकते । और न सरकार बांड पोस्टिंग देती है टाइम से। आज से 2 साल पहले 4 महीने में बांड पोस्टिंग निकला, तो 4 महीने खष्ठ / रूस डॉक्टर्स का खराब होना सिर्फ गलत नीतियों की वजह से तो वो विचारणीय है। स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात के बाद लिस्ट रिजल्ट के 15 दिन के अंदर आ गयी थी ।और स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि मैक्सिमम 1 महीने के अंदर पोस्टिंग किसी भी हाल में हो जानी चाहिए पर इस बार का अब तक कुछ पता नहीं है। या फिर रिजल्ट के बाद से जितना गवर्नमेंट पोस्टिंग लेट करती है उसे बांड अवधि में काउंट कर उसका सैलरी देना चाहये, क्यों एक ख्ठ/ रूस डॉक्टर गलत नीतियों की वजह से अपना अमूल्य समय खराब करेगा ।