रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 सितंबर। सनातन हिन्दु समाज के पदाधिकारियों ने आज प्रेसवार्ता में बेमेतरा में श्रीरामचन्द्र जी स्वामी मूर्ति मंदिर ट्रष्ट की भूमि 5 एकड़ भूमि के अनाधिकृत रजिस्ट्री का आरोप लगाया। इस वार्ता में राजीव लोचन श्रीवास्तव (प्रांत संयोजक- शाश्वत हिन्दू प्रतिष्ठान), आदित्य सिंह राजपुत (अध्यक्ष- विहिप बेमेतरा ), सुश्री नीतु कोठारी (पार्षद वार्ड 11, बेमेतरा), महेश राजपूत (समाज सेवक), दीपक दुबे (प्रदेश महामंत्री- अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद् ), सुश्री विश्दीनी पाण्डेय (अध्यक्ष- हिन्दू स्वाभिमान संगठन), सुश्री नीलम सिंह (सहसंयोजक शाश्वत हिन्दू प्रतिष्ठान), परस वैष्णव (किसान बेमेतरा) मौजूद थे।
उनका कहना था कि अधिकारियों पर दबाव बनाकर बेमेतरा के विधायक आशीष छाबड़ा ने अपने करीबी रिश्तेदार सुमित कौर, पति बलमीत सिंह सलूजा के नाम करा ली है। इसके अलावा ट्रस्ट की बची हुई भूमि में से करीब 4 एकड़ भूमि पर पक्की सडक़ का निर्माण कराया जा रहा है। ताकि ट्रस्ट की भूमि की उपयोगिता पूर्णता खत्म की जा सके। मंदिर की भूमि को विधायक आशीष छाबड़ा द्वारा अपने रिश्तेदार के नाम कराने से समाज में खासी नाराजगी है।
कलेक्टर के आदेश के विरुद्ध जाकर की रजिस्ट्री
4 नवम्बर 2020 को कलेक्टर ने लिखित आदेश में कहा है कि श्रीराम मंदिर ट्रस्ट समिति की भूमि लोक न्याय की भूमि है, लोक न्याय अधिनियम 1963 के प्रावधानों के अनुसार न्यास भूमि का अंतरण संभव नहीं है 7 भी राजस्व संहिता में अदला बदली का कोई प्रावधान नहीं है, बावजूद इसके कलेक्टर के आदेश के विरुद्ध जाकर तत्कालीन एसडीएम दुर्गेश वर्मा ने भूमि अंतरण करने का आदेश 26 सितम्बर 2020 को दे दिया।
कोरोना काल में चली फाइले
कोरोना काल में बंद के दौरान भी राजस्व विभाग नेताओं के लिए खुला था। और 3 सितंबर को एसडीएम दुर्गेश वर्मा ने कोरोना काल के दौरान श्रीराम मंदिर की भूमि अंतरण करने का आदेश दे दिया। उन्होंने कहा कि एसडीएम दुर्गेश वर्मा, तहसीलदार आशुतोष गुप्ता अपने आप को बचाने के लिए कार्यालय से फाइल गायब करवा चुके है, जिससे प्रतीत होता है कि किस तरह से श्रीराम मंदिर बेमेतरा की भूमि का अधिकारियों के साथ मिलकर विधायक बेमेतरा ने बंदरबाट किया है।