गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 2 अक्टूबर। दिगंबर जैन समाज का पर्वराज पर्यूषण पर्व उत्तम क्षमा से प्रारंभ होकर उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म पर जाकर समापन हुआ। पूरे 10 दिनों तक धर्म की आराधना व भक्ति भावना के साथ संपन्न हुई। इन दस दिनों में पाठशाला के बच्चों द्वारा एवं बहु मंडल के कार्यक्रमो की सभी लोगों ने काफी प्रशंसा की।
श्री मंदिर में प्रात: 6 बजे अभिषेक व शांतिधारा से प्रारंभ होकर सामूहिक पूजन के पश्चात दोपहर में प्रतिदिन विधान के पश्चात रात्रि में श्री जी की आरती भक्ति प्रवचन के साथ धर्ममय वातावरण बना रहा। सामाजिक जनों ने इसका पूरा-पूरा लाभ उठाते हुए प्रत्येक कार्यक्रमों में अपनी सभागिकता प्रदान की। बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। धर्ममय वातावरण में अनंत चतुर्दशी के पावन समापन अवसर पर घट यात्रा जुलूस निकालकर क्षीरसागर रुपी चित्रोत्पला महानदी से जल लाकर श्रीजी का अभिषेक किया गया।
अभिषेक करने का अवसर सूरितजैन, सुनील जैन, विनोद जैन व अंजय सिंघई को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात प्रथम शांति धारा डॉक्टर राजेंद्र गदिया, अर्पण ,समर्पण गदिया परिवार को प्राप्त हुआ। वहीं द्वितीय शांति धारा जयकुमार, श्रेणिक चौधरी परिवार को प्राप्त हुआ। अभिषेक के पश्चात मंदिर की के शिखर पर ध्वजारोहण का सौभाग्य आशा सिंघई अंबर, नीलू, चारु व सिद्धम सिंघई परिवार को प्राप्त हुआ।
दिगंबर जैन समाज के सभी सदस्य गण अपना-अपना व्यवसाय बंद रख धर्म की आराधना में लगे रहे। संध्या 7 बजे आरती भक्ति के पश्चात बाल ब्रह्मचारी पंकज भैया जी के द्वारा सामूहिक प्रतिक्रमण कराया गया। जिसमें समाज के सभी वर्ग के लोगों की गरिमामयी उपस्थिति रही। विगत साल भर में हुए दोषों के लिए सभी जीवों से क्षमा याचना करते हुए सामूहिक प्रतिक्रमण करते हुए जल कयिक, वायु कायिक, वनस्पति कायिक पृथ्वी कायिक, तिर्यच गति के पशु पक्षी एवं मनुष्य गति के सभी जीवों से क्षमा मांगी गई।
मन वचन काय से कृत कारित अनुमोदना से पूरे वर्ष भर के हुए दोषों के लिए क्षमा याचना करते हुए समाज के लोगों ने आपस में एक दूसरे से भी क्षमा मांगते हुए अभिवादन किया। पंचायत कमेटी के अध्यक्ष किशोर सिंघई ने समाज के सभी वर्ग के लोगों से क्षमा मांगते हुए कहा कि पद में रहते हुए कई बार जुबान से कड़ा वचन निकल पड़ता है। पंचायत कमेटी के उपाध्यक्ष सुरित जैन, सचिव अखिलेश नाहर संरक्षक रमेश पहाडिय़ा, निर्माण समिति प्रमुख नीरज गंगवाल, महिला मंडल से अनीता सिंघई, समता सिंघई, बबिता जैन एवं बहू मंडल के अध्यक्ष अंजलि पहाडिय़ा, अनुष्का चौधरी, अभिलाषा जैन, मंजूषा जैन एवं बालिका मंडल ने सभी से क्षमा याचना की।
पर्यूषण पर्व के 10 दिनों में सभी ने अपनी क्षमता अनुसार संयम तप की आराधना की। उत्तम क्षमा मार्दव, आर्जव शौच, सत्य संयम तप, त्याग, अकिंचन, ब्रह्मचर्य इन 10 धर्मो के पालन से मोक्ष का द्वार खुलता है। मोक्ष मार्ग के लिए इनकी आराधना अति आवश्यक है।