सुकमा
कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर
-मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 28 अक्टूबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। बीजापुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विक्रम शाह मंडावी और भाजपा के महेश गागड़ा की चुनावी जंग पूरे शबाब में है।
दोनों पार्टियों ने पूरी ताकत मैदान में लगा दी है। अपने कार्यकर्ताओं के साथ जाकर गांव-गांव में चुनाव प्रचार तेज कर रहे है। भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। हालांकि दोनों पार्टियां अपनी अपनी जीत का ताल ठोक रही है। लेकिन जनता के बीच जाकर कैसे लुभाएगी यह वक्त ही बताएगा।
भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ता बाइक में सवार होकर गांव-गांव चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हंै। भाजपा अपनी पिछले 15 साल के विकास कार्य व विभिन्न योजनाएं को लेकर नुक्कड़ सभाएं कर रहीं है। गांव में ग्रामीण युवाओ को गमछा पहनाकर भाजपा में प्रवेश करवा रही है। इस कड़ी को देखकर ऐसा लग रहा है कि भाजपा खेमे में कार्यकर्ताओं की बढ़ोतरी हो रही है। जिसका परिणाम वर्तमान विधायक पर भारी पड़ सकता है। क्योंकि इस क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकर्ताओ की संख्या ज्यादा है इस सेंधमारी से कांग्रेस को नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है।
भोपालपटनम क्षेत्र की पिछली दफा के वोट बैंकिंग पर नजर डाले तो सकनापल्ली, लिंगापुर, बारेगुड़ा, तारलागुडा, तीमेड़, देपाल, नरोनापल्ली, कोत्तूर, करकावाया, रुद्रारम, तमलापल्ली, मिनकापल्ली में कांग्रेस को भारी वोट मिले थे वही भाजपा को भट्टीगुडा, गुल्लापेटा, भोपालपटनम, केरपे से लीड मिली थी।
वर्तमान विधायक विक्रम शाह मंडावी इन पांच वर्षों में जनता के बीच रहकर विभिन्न योजनाओं पर काम किया है जिसपर भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। मैदान में प्रत्याशी व कार्यकर्ता वोटरों के बीच जाने से दोनो सरकारो की नाकामियो का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण इलाकों में पेंशन, पानी, सडक़ जैसे मूलभूत सुविधाओं की समस्या नेताओं के सामने उभरकर आ रही है। ग्रामीण अपनी पीड़ा नेताओ को सुना रहे हैं। नेता जनता के बीच बेहतर कार्य करने व उनकी समस्याओं का समाधान करने का वादा कर रहे है। देखा जाए तो दोनों पार्टियों की कांटे की टक्कर का मुकाबला देखने को मिल रहा है।
नगरीय क्षेत्र में किसका पलड़ा भारी ?
वर्तमान में भोपालपटनम नगर पंचायत के पंद्रह वार्डो में कांग्रेस के पार्षद चुनकर आए हैं। नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को बुरी तरह से हराते हुए पूर्ण बहुमत प्राप्त कर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर काबिज हुए है।
हालांकि देखा जाए तो हमेशा से नगर में कांग्रेस का ही अध्यक्ष रहा है। मौजूद समय मे नगर में दोनों पार्टियों की 50-50 की स्तिथि नजर आ रही है। आने वाले समय मे देखने वाली बात यह है कि नगर पंचायत चुनाव में जैसा बहुमत मिली थी क्या उसी तरह कांग्रेस की मजबूत स्थिति बनी हुई है। क्योंकि वर्तमान शासन काल मे नगर में कांग्रेस का तगड़ा बहुमत रहा व राज्य में कांग्रेस की सरकार रही ।