गरियाबंद
प्राचार्य सहित स्टॉफ हुए भोज में शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 22 नवंबर। कार्तिक शुक्ल पक्ष नवमी तिथि पर अंचल सहित नगर में आंवला पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा से आरोग्यता सुख समृद्धि आती है। भगवान विष्णु को आंवले का वृक्ष प्रिय है। आंवले के वृक्ष में माता लक्ष्मी का निवास होता है। आंवला नवमी के अवसर पर आंवले के वृक्ष की पूजा विधि विधान से की जाती है।
नवापारा नगर के हरिहर स्कूल में आंवला नवमी का अनोखा आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल की प्राचार्य सहित शिक्षकाओं ने बड़े ही उत्साह के साथ आंवला नवमीं का त्योहार मनाया। शाला में अवकाश नहीं होने के कारण प्राचार्य सहित सभी शिक्षिकाओं ने भोजन अवकाश के दौरान शाला के बगीचे में लगे आंवले पेड़ की पूजा करके सामूहिक भोज किया। प्राचार्य संध्या शर्मा ने बताया कि दिवाली, चुनाव के लंबे अवकाश के बाद शाला प्रारंभ हुई है। त्योहारों का सिलसिला भी जारी है। छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ अपनी संस्कृति-परंपरा का भी ज्ञान होना चाहिए। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए शाला में हर त्योहार मनाया गया है।
सामूहिक भोज का आयोजनकर्ता शिक्षिकाओं ने बताया कि अवकाश लेना संभव नहीं हो पाता इसलिए सबने शाला में ही आंवला नवमी मनाया। शाला में भी आधा समय गुजरता है यहां भी हम सब एक परिवार है। इस सामूहिक भोज की खास बात यह थी कि सभी शिक्षिकाओं ने अपने अपने घर से एक एक पकवान लेकर पहुंचे थे। किसी ने पुलाव, किसी ने सब्जी, किसी ने रायता, सेवई शिक्षिकाओं का यह उत्साह देखकर शिक्षक भी उन्हें सहयोग करते हुए इस भोज में शामिल हुए। आयोजन को सफल बनाने में लता साहू, सुषमा यादव, नीलम साहू, लीना देवांगन, सुनीता वर्मा, प्रवीण पटेल, मधुमिता मंडल, ज्योतिबला साहू, काजल चंद्राकर, संध्या पटेल, सोमा शर्मा की विशेष भूमिका रही।
इस अवसर पर प्राचार्य संध्या शर्मा सहित वरिष्ठ व्याख्याता एफके दानी, एसएन देवांगन, महेश वर्मा, संतोष छाबड़ा, दुर्गेश बंजारे, अविनाश बघेल, सोनूराम साहू, खेमिन साहू विशेष रूप से सम्मिलित हुए।