बलौदा बाजार

सुपर सीडर, खत्म करेगा ‘पराली’
23-Nov-2023 7:28 PM
सुपर सीडर, खत्म करेगा ‘पराली’

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

भाटापारा, 23 नवंबर। पराली समस्या का समाधान अब बेहद आसानी से किया जा सकेगा। सुपर सीडर के नाम से पहचानी जाने वाली यह मशीन, फसल अवशेष को न केवल बारीक करती है बल्कि उसे मिट्टी में समान रूप से मिलाती भी है।

बरसों से चली आ रही पराली जलाने से पर्यावरण को हो रहे नुकसान से छुटकारा मिलने जा रहा है। सुपर सीडर की मदद से किसान अब फसल अवशेष को जलाने की बजाय अगली फसल के लिए ना केवल हरित खाद बना सकेंगे बल्कि खरपतवार से भी छुटकारा पा सकेंगे।

ऐसे काम करता है सुपर सीडर

 इसमें जे एल एफ टाइप का ब्लेड लगा होता है। इसकी वजह से यह न केवल फसल अवशेष को बारीक करता है बल्कि उसे मिट्टी में समान रूप से मिलाते हुए चलता है। इसकी वजह से मृदा अवशेष भी बारीक होने लगते हैं। आगे चलकर यही अवशेष हरित खाद और उर्वरक बनते हैं।

 बोनी का काम साथ में

सुपर सीडर से बोनी का काम भी किया जा सकता है। सीधी बोनी में इसका मुकाबला कोई मशीन नहीं कर सकती। इतना ही नहीं, पराली अवशेष प्रबंधन के इस नए समाधान के बाद, अब किसानों को अगली फसल के दौरान खरपतवार जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि खरपतवार के बीज को सुपर सीडर लगभग खत्म कर देता है।

इन फसलों के लिए प्रभावी

देश में धान की फसल ज्यादा रकबे में ली जाती है। लिहाजा इसके ही अवशेष सबसे ज्यादा जलाए जाते हैं। इसके बाद गेहूं, गन्ना और मक्के की फसलें हैं। इनकी कटाई के बाद अब सुपर सीडर की मदद से फसल अवशेष का आसानी से प्रबंधन किया जा सकेगा।

 पराली समस्या का हल सुपर सीडर

बीटीसी कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर के साइंटिस्ट (एग्रोनॉमी) डॉ.दिनेश पांडे ने कहा कि सुपर सीडर पराली की समस्या को हल करने में वरदान है। किसान भाई इस मशीन का उपयोग धान, गन्ना, मक्का आदि फसलों की जड़ों एवं ठूंठ को हटाने के लिए आसानी से कर सकते हैं। इसके उपयोग से कम लागत एवं समय में बुवाई पूर्ण होता है। साथ ही अधिक उत्पादन, प्रदूषण में कमी एवं जल का संचय भी होता है।

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