कोण्डागांव
![केशकाल घाटी में 13 दिनों में 70 फीसदी भी काम नहीं, अंतिम दिन काम बंद केशकाल घाटी में 13 दिनों में 70 फीसदी भी काम नहीं, अंतिम दिन काम बंद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17013608000231130_163417.jpg)
फिर से 3 दिसंबर तक भारी वाहनों पर प्रतिबंध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 30 नवंबर। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 केशकाल घाटी में खराब सडक़ के कारण लगातार लग रहे जाम को देखते हुए जिला प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा पेंच मरम्मत की कार्ययोजना बनाई गई थी। जिसके तहत 18 नवम्बर से 30 नवम्बर तक की तिथि निर्धारित की गई थी। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारियों के द्वारा स्वयं मौके पर मौजूद रहकर पेंच मरम्मत का कार्य करवाया जा रहा था, लेकिन 13 दिनों में 70 फीसदी भी मरम्मत पूरा नहीं हो पाया है और आज फिर से 1 से 3 दिसम्बर तक भारी वाहनों को प्रतिबंध करने एसडीएम ने निर्देश जारी किया है।
डायवर्ट करने से मालवाहक मालिकों में नाराजगी
डायवर्टेड रुट से आवागमन करने के कारण ट्रक मालिकों को भी खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है। चूंकि परिवर्तित मार्ग से होकर जाने में ट्रक चालकों को 25-30 किलोमीटर अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। ऐसे में तीन-चार हजार रूपर का अधिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। साथ ही उक्त मार्ग में होटल, पंचर दुकानों आदि का अभाव होने के कारण भी ट्रक चालकों को काफी परेशानी होती है।
तीन दिन और बढ़ाई गई मरम्मत अवधि
निर्धारित अवधि में मरम्मत कार्य पूरा नहीं होने के कारण ठेकेदार ने विभाग को लिख तीन और बढ़ाने पत्र लिखा है जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग ने एसडीएम को पत्र लिखा । जिस पर एसडीएम शंकरलाल सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए 1 दिसम्बर से तीन दिसम्बर तक समयावधि बढ़ा दी है। हालांकि ट्रक चालक इस खबर से काफी नाखुश हैं।
मरम्मत नहीं होने से राहगीरों में नाराजगी
18 से 30 नवंबर तक केशकाल घाट में भारी वाहनों को प्रतिबंध कर मरम्मत कार्य शुरू किया गया था, आज अंतिम दिवस भी प्लांट में खराबी होने के चलते निर्माण कार्य को रोक दिया गया था। जब घाटी का ‘छत्तीसगढ़’ ने निरीक्षण किया तो पता चला- मात्र घाट के मोड़ों को ही हल्की-हल्की मरमत कर दिया गया। इस बीच राहगीरों से जब सडक़ मरम्मत के बारे में पूछा गया तो काफी नाराजगी जाहिर करते हुए बहुत ही धीमी गति से कार्य होना बताया ।