रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 दिसंबर। बंगाल की खाड़ी में उठे चिमोंग तूफान की वजह से तमिलनाडु,आंध्रप्रदेश में मौसम बदल गया है। इसके असर से प्रदेश में कल 3 दिसंबर को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है।प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: बस्तर संभाग रहने की संभावना है।
मौसम विग्यानी एचपी चंद्रा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के रूप में दक्षिण हरियाणा और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणी का मध्य क्षोभमंडल में अक्ष के रूप में 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 77 डिग्री पूर्व और 30 डिग्री उत्तर में स्थित है।एक गहरा अवदाब दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है । यह पुडुचेरी से पूर्व दक्षिण-पूर्व में 440 किलोमीटर दूर, चेन्नई से पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर 450 किलोमीटर दूर, नेल्लौर से दक्षिण-पूर्व की ओर 580 किलोमीटर दूर, बापतला से दक्षिण-पूर्व में 670 किलोमीटर दूर, मछलीपट्टनम से दक्षिण-पूर्व की ओर 670 किलोमीटर दूर स्थित है। इसके पश्चिम-उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होकर चक्रवाती तूफान के रूप में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर अगले 24 घंटे में बनने की संभावना है।
इसके बाद इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर तटीय दक्षिण आंध्र प्रदेश और तटीय उत्तर तमिलनाडु के ऊपर 4 दिसंबर को दोपहर में पहुंचने की संभावना है। उसके बाद लगभग उत्तर की ओर तटीय दक्षिण आंध्र प्रदेश के समांतर आगे बढ़ाने की संभावना है तथा यह दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट में नेल्लौर और मछलीपट्टनम के बीच 5 दिसंबर को चक्रवाती तूफान के रूप में टकराने की संभावना है। इस समय इसमें अधिकतम हवा की गति 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है।
कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र लाकपाले ने बारिश की संभावना को देखते हुए किसानों से कहा है कि कटी हुई धान को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। जिन खेतों में हाल ही में रबी की बोनी की गई है उन खेतों में पानी का जमाव न होने दें, जल निकास की उचित व्यवस्था करें। अन्यथा अंकुरित बीज व बीज के सडऩे की समस्या हो सकती है।