रायपुर
![धान सडऩे की ओर, चना-मसूर भी बर्बाद धान सडऩे की ओर, चना-मसूर भी बर्बाद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1701944976SC_0017a.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 दिसंबर। राजधानी सहित प्रदेश में दो दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। ठंड के मौसम ने होने वाली इस बारिश से प्रदेश में पारा भी गिरता हुआ दिख रहा है। पिछले दो दिनों से जिलों में कड़ाके की ठंड पडऩे लगी है। तापमान में 4-5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। वहीं किसानों के लिए भी बारिश की वजह से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। खेत में पड़े धान की फसलें बारिश की वजह से खराब होने लगे है। वहीं कटी फसलों में नमी के करण फफूंद लगने और चावल के दाने सडऩे लगे है।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चन्द्रा के मुताबिक चक्रवाती तूफान मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर स्थित है, जो उत्तर की ओर 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। ये सिस्टम जैसे-जैसे उत्तर की ओर तट के किनारे आएगा वैसे ही वॉल क्लाउड के कुछ भाग लगातार जमीन पर रहेंगे। तूफान के असर से आज भी प्रदेश के कई जगहों पर हल्की से मध्यम और बस्तर संभाग के जिलों में भारी बारिश की संभावना है, लेकिन अभी हल्की बारिश हो रही है।
कृषि विज्ञानी डॉ. राजेंद्र लोकपाल ने बताया कि ठंड के मौसम में बारिश होने से खड़ी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। नमी और बारिश की वजह से धान की बालियों में फफूंद और दाने काले पडऩे लगते है। मंडियों में भी धान का उठाव नहीं हो पा रहा। कई जगह खरीदी बंद है। ऐसे में किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
इसका प्रभाव चना, राहर, मसूर, मटर जैसे दलहन, तिलहन और रबी के फसलों पर भी पड़ता है। नए पौधों में अधिक पानी की वजह से गल जाते है।
कलेक्टरों को पत्र
इधर राजस्व विभाग ने कलेक्टरों को पत्र लिखकर नुकसान का आंकलन कर सप्ताहभर के भीतर रिपोर्ट भेजने कहा है।
सब्जियों के भाव गिरे
लगातार हो रही बारिश से बाजार में आने वाले फलों और सब्जियों पर भी पडऩे लगा है। ठंड के मौसम में पैदावार बढऩे के बाद अचानक बारिश होने से सब्जियां खराब होने लगी है। जिन्हें सब्जी विक्रेता सस्ते दामों में बेचने को मजबूर हैं। राजधानी के बाजारों में 30-40 रूपए बिकने वाला टमाटर 10 से 20 रूपए तक बिक रहा है। वहीं गोभी 20 रूपए प्र्रति किलो हो गया हैं।