कांकेर

पुलिस बनकर ठगी, एमपी के 4 बंदी, अन्य की तलाश
02-Jan-2024 9:10 PM
पुलिस बनकर ठगी, एमपी के 4 बंदी, अन्य की तलाश

8 जिलों और अन्य राज्यों में करते थे ठगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कांकेर, 2 जनवरी। पुलिस अधिकारी बनकर सायबर फ्रॉड करने वाले मध्यप्रदेश के 4 आरोपियों को कांकेर पुलिस ने आज गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। आरोपियों द्वारा ऑनलाइन एफ आईआर से नंबर प्राप्त कर ठगी किया जा रहा था।

ये आरोपी राज्य के पुलिस पोर्टल को खोलकर वहां के दर्ज हुए प्रकरणों से पक्षकारों के मोबाइल नंबर से उनके प्रकरण में कार्रवाई के नाम पर पैसों की मांग करते थे। पुलिस अधिकारी बनकर ठगी करने वाले अंतरराज्जीय गिरोह में शामिल चार लोगों की पहचान हुई है। गिरोह में शामिल अन्य की पुलिस तलाश कर रही है। सायबर क्राईम के आरोपियों के छत्तीसगढ़ के अन्य 8 जिलों में तथा अन्य राज्यों में भी अपराध करना पाया गया।

पुलिस थाना चारामा में 3 प्रार्थियों आवेदिका मनीषा वर्मा, आवेदिका पुष्पा बाई एवं आवेदक उत्सव जुर्री ने लिखित आवेदन पेश किया कि अज्ञात 5 मोबाईल नंबर के धारकों द्वारा पूर्व में आवेदक को थाना चारामा में पंजीबद्ध अपराध के प्रकरण में पुलिस अधिकारी बनकर फोन कर दूसरे पक्ष को जेल भेजने के नाम पर पैसे की मांग कर रहा है।

शिकायत पर धारा 170, 384, 511, भादवि 66 डी सूचना प्रोद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 के तहत आरोपी मोबाईल धारकों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। बालाजी राव पुलिस उप महानिरीक्षक, दिव्यांग पटेल पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अविनाश ठाकुर के नेतृत्व में थाना प्रभारी चारामा जितेन्द्र गुप्ता के द्वारा थाना चारामा और साईबर सेल कांकेर की संयुक्त टीम गठित कर आरोपियों की पतासाजी करने टीम को मध्यप्रदेश रवाना किया गया।

आरोपी मोबाईल नंबर के धारकों को पूछताछ करने पर बताया कि गिरोह में मनीष कुशवाह (21 वर्ष) एवं विजय कुशवाह (24 वर्ष) सभी मध्यप्रदेश निवासी मोबाईल सिम की व्यवस्था करते थे और अनीत यादव (24 वर्ष)  एवं लवकेश यादव (25 वर्ष) सभी निवासी मध्यप्रदेश, ये दोनों छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्य के पुलिस पोर्टल को खोलकर वहां के दर्ज हुए प्रकरण में दिये गये प्रार्थीयों के मोबाईल नम्बर पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पुलिस अधिकारी बनकर उनके प्रकरण में कार्रवाई के नाम पर पैसों की मांग करते थे।

 उक्त आरोपियों द्वारा मोबाईल से बात कर पेटीएम, फोन पे के माध्यम से पैसों की मांग कर आपस में बांट लेते थे। इसके अलावा दुर्ग के हेमलता भारदी से 20 हजार रुपये, बस्तर के तोकन शर्मा से 5 हजार रुपये, जिला मनेद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के गणेश से 5 हजार रुपये, दुर्ग के नरेन्द्र सेवते से 2 हजार रुपये, बिलासपुर भोलाशंकर राठौर से 2 हजार रुपये, पेटीएम, फोन पे माध्यम से ठगी किया गया एवं जिला गरियाबंद के अरून दास वैष्णव, जिला महासमुंद के भूपेंद्र शर्मा, जिला सरगुजा के कदम बाई से भी पैसों की मांग की गई। इस आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया गया।  आरोपियों से 2 मोबाईल, 1 एटीएम कार्ड और 5700 रुपये नगद जब्त किया गया।

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