कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 23 जनवरी। सोमवार को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की गई, उसी समय कांकेर के गोविंदपुर में श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
22 जनवरी की सुबह आयोजन समिति और स्थानीय नागरिकों ने पहले शीतला माता को निमंत्रण देने शीतला मंदिर गए। वहां से आने के बाद संकटमोचन हनुमान व सोमेश्वर महादेव मंदिर में जहां श्रीराम-सीता , लक्ष्मण और हनुमान का विग्रह स्थापित किया गया है, वहां पहले नवग्रह पूजा, सोडश अपचार आदि के बाद मूर्तियों की विधिवत पूजा की गई। उसके बाद विग्रहों के नेत्रों से कपड़़े हटाकर पहले उन्हें आईना दिखाया गया। उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा हुई।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद हवन किया गया। अंत में आरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। इस अवसर पर भंडारा का भी आयोजन किया गया था। विभिन्न प्रकार के प्रसाद व्यक्तिगत तौर पर कुछ लोगों ने अपनी ओर से श्रद्धालुओं को वितरित किए।
शाम को पांच मानस मंडलियों द्वारा मानस गान किया गया। उन्हें संस्कृति विभाग द्वारा पांच- पांच हजार रूपए का सम्मान निधि प्रदान किया गया। प्राण प्रतिष्ठा, पूजन व अनुष्ठान में पुरोहित चिंतामणि मिश्रा, जितेंद्र शर्मा के साथ प्रभात वर्मा और रतिराम बघेल का सहयोग रहा है।
इसके एक दिन पूर्व 21 जनवरी को गोविंदपुर के समता नगर निवासी कमल साहू के निवास में रखे गए श्रीराम ,जानकी माता, लक्ष्मण और हनुमान की प्रतिमाओं को कलश या़त्रा निकाल कर स्वागत करते हुए मंदिर लाया गया था।
उसके बाद जलवास और अन्नवास कराया गया। इस प्रक्रिया के बाद मूर्तियों को गंगा पूजा के लिए कलश यात्रा के साथ तालाब ले गए। जहां वरूणदेव की पूजा के बाद तालाब के समीप स्थित शिव मंदिर और राधाकृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। शाम को ईमली पारा नरहरपुर के गुरू गीता मानस मंडली द्वारा मानस गान किया गया।