कोरिया
आवास आज भी अधूरे टूट फूट गए, दलालों के हाथों ठगे गए ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 6 फरवरी। पीएम आवास की राशि जैसे ही हितग्राहियों के खाते में आई, दलालों और ठेकेदारों ने भोले-भाले आदिवासियों से उनका एटीएम ले लिया, कहा उनका आवास बनाकर देंगे, जैसे तैसे आवास बनाया भी तो बनते ही कई जगह से टूट गया, आधा अधूरा आवास बनाकर ठेकेदार रफूचक्कर हो गया।
ग्रामीण बीते 5 साल से उसे बुलाकर थक गए। हैरानी की बात यह है कि पीएम आवास के जिम्मेदार अफसरों ने भी इस ओर कभी सुध नहीं ली।
जानकारी के अनुसार एमसीबी जिले के भरतपुर के ग्राम पंचायत उमरवाह के आश्रित ग्राम कारीमाटी में वर्ष 2015-16 में 7 हितग्राहियों को पीएम आवास योजना के अंतर्गत आवास स्वीकृत किए गए। आवासों की स्वीकृति मिलते ही दलाल सक्रिय हो गए और कारीमाटी के हितग्राहियों के खाते में आई राशि को निकालकर आवास बनाने का दिलासा दिया, आवास बनाए भी परन्तु निर्माण इतना घटिया किया कि अब पीएम आवास रहने लायक नहीं है। आवासों में बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी है। ठेकेदार बीते 5 साल से उनके गांव नहीं आ रहे हंै। ठेकेदारों ने ग्रामीणों ने लिए एटीएम अब तक वापस नहीं किए है। आज भी सभी आवास अधूरे है। भोले भाले आदिवासी ग्रामीण खुद हो ठगा महसूस कर रहे हंैै।
कारीमाटी निवासी मानमति बताती हंै कि उनका आवास 2015-16 में स्वीकृत हुआ उनके पास राधे नामक ठेकेदार आया और तमाम बातों में उलझा कर आवास बनाने का दिलासा देकर राशि ले गया, आवास बनाया भी, परन्तु बीते 5 साल में आवास कई जगह से दरक गया, बड़ी बड़ी दरारें आ गई। अधूरा आवास छोडक़र ठेकेदार वापस नहीं आया, अब आवास रहने लायक नहीं है।
ग्रामीण दशरथ सिंह का कहना है कि प्रदुम्न महराज उनका एटीएम एक्टिव करने के लिए मांगा था, बाद में बोला कि आवास बना दूंगा, एक बार मेरे साथ पैसा निकालने साथ गया था, पता नहीं कितनी किश्त निकाला, कई बार अपना एटीएम की मांग की, परन्तु आज तक एटीएम नहीं दिया।
उन्होंने बताया कि उनका आवास आज तक अधूरा है, ठेकेदार दुबारा लौट कर नहीं आया। इसके अलावा ग्रामीण लालेराम यादव ने बताया कि उन्हें उनके आवास की दो किश्त मिली, एक किश्त मिली तो उन्होंने खुद की आवास बनाना शुरू किया, आधा बना चुका था, दूसरी किश्त मिली तो सचिव व ठेकेदार बैजनाथ ने उनकी दूसरी किश्त ले ली, किश्त लेकर 5 साल से इस ओर नहीं आया, सरकार बदली है तो 4-5 दिन पहले आया था, अभी काम शुरू नहीं हुआा है।
ग्रामीण दुर्जन सिंह बताते हंै कि उनके पीएम आवास का निर्माण भी प्रदुम्न महाराज ने ही किया, किश्त वहीं निकाला, एटीएम को भी रख लिया। आज तक पीएम आवास अधूरा है। एक बार भी उनका बैंक नहीं ले गया, पैसा कितना निकाला उनका पता नहीं है।
बाइक से ही पहुंचा जा सकता है कारीमाटी
भरतपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरवाह का आश्रित ग्राम कारीमाटी जंगलों से घिरा हुआ है, यहां चार पहिया वाहन नहीं जा सकता है, यहा सिर्फ बाईक से ही पहुंचा जा सकता है, यहां कुल 37 परिवार है जिन्हें राशन कार्ड दिया गया है। भरतपुर के तहसील मुख्यालय जनकपुर से कारीमाटी की दूरी 20 किमी है। गांव में आदिवासी परिवारों की बाहुल्यता है।