कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 7 फरवरी। पट्टे की भूमि पर एक व्यक्ति के द्वारा क्रशर प्लांट लगाया जा रहा है, उक्त भूमि के चारों ओर आदिवासियों की पट्टे की भूमि है, क्रशर लगाए जाने का सभी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि क्रेशर लग गया तो उनकी उपजाऊ भूमि बंजर हो जाएगी।
आदिवासियों ने मामले की शिकायत पटना थाने से लेकर कलेक्टर तक से की है, परन्तु अब तक कोई हल नहीं निकल सका है, वहीं क्रशर लगाए जाने का काम जारी है। जिससे आदिवासी किसान परेशान हैं।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कुड़ेली के जलंधर सिंह, दीपनारायण, मंगलेश्वरी, अनीता, कौशल्या, मानकुंवर, सुषमा, दौपदी, जगदीश, अमरसिंह, राकेश, पंकज, हीराधन ने 9 महिने पूर्व कलेक्टर को शिकायत की थी, कि उनके गांव का व्यक्ति खुद के पट्टे की भूमि पर क्रेशर लगा रहा है, उसकी भूमि के चारों ओर उपजाऊ भूमि है, सभी भूमि आदिवासी किसानों की है।
क्रेशर लगाने को लेकर सभी किासन विरोध कर रहे हैं, क्योंकि क्रेशर के लगने से उनकी भूमि बंजर हो जाएगी। जिसके बाद मामले की जांच के का जिम्मा तहसीलदार को मिला और फिर तहसीलदार ने हल्का पटवारी को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा। इधर, जो क्रेशर लगा रहा है, वहां तक आने जाने के लिए उन्हीं आदिवासी किसानों की भूमि से रास्ता भी बना रहा है, मना करने पर भी वो नहीं मान रहा है, जिसके बाद सभी ने मामले की शिकायत पटना थाने में की। पुलिस ने मामले में दोनों पक्ष को न्यायालय में जाने की सलाह दे दी। वहीं मामले का हल अभी तक नहीं निकल पाया है, क्रेशर लगाने का काम बीते 9 माह से जारी है, जिससे ग्रामीण परेशान हंै।
नहीं दिया क्रशर लगाने का प्रस्ताव
क्रेशर के लगाए जाने का मामला ग्राम पंचायत में पहुंचा, जहां सरपंच ने क्रशर के लगाने जाने पर आपत्ति दर्ज कराई। मामले में आपत्ति प्रमाण पत्र जारी कर कहा है कि क्रेशर लगाने वाले की भूमि निजी है, परन्तु उसके आसपास की भूमि आदिवासी किसानों की है और क्रेशर लगाने वाले व्यक्ति की इसकी किसी से भी अनुमति नहीं ली है, न ही किसी से पूछपरख किया है। उसके आसपास के ग्रामीण क्रेशर लगाए जाने के विरोध में है। क्रेशर लगाए जाने वाली भूमि पर किसी भी प्रकार का प्रस्ताव पास नहीं किया गया है। मामले में संरपच कुडेली को भी आपत्ति है।