गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 19 फरवरी। जैन मुनि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज रविवार रात ब्रम्हलीन हो गए। पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा कि वर्तमान महावीर कहे जाने वाले विद्यासागर जी महाराज का ब्रम्हलीन होना, समूचे विश्व के लिए बड़ी क्षति है।
वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। हथकरघा और गौ सेवा के लिए उनके द्वारा चलाया गया अभियान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने वाला था।
उनका जीवन त्याग और प्रेम का उदाहरण है।
श्री साहू ने कहा कि आचार्य श्री जीते-जागते परमात्मा थे। उनका भौतिक शरीर भले ही हमारे बीच ना रहे, लेकिन उनके द्वारा मानव कल्याण हेतु विश्व में दिए गए संदेशों के रुप में उनकी दिव्य उपस्थिति सदैव हमारे आसपास रहेगी। मैं परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि आचार्य श्री की पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।