रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 22 फरवरी। जिले के धरमजयगढ़, रैरूमाखुर्द, लैलूंगा, तमनार क्षेत्र से मवेशियों की तस्करी का अंदेशा बना रहता है, जिसे लेकर पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर पुलिस टीमें मवेशी तस्करी पर अंकुश लगाने मुखबिरों को सक्रिय कर निगाह रखे हुए है।
इसी कड़ी में 19 फरवरी के शाम चौकी प्रभारी रैरूमाखुर्द उप निरीक्षक ऐनु कुमार देवांगन को मुखबिर को सूचना मिला कि चार व्यक्ति कृषक मवेशियों को जोड़ों में बांधकर बेरहमी पूर्वक मारते-पीटते बगैर चारा पानी के पैदल चरखा पारा से बरपाली जंगल होते हांडीपानी की ओर जा रहे हैं। तत्काल चैकी प्रभारी अपने स्टाफ के साथ तस्दीक कार्रवाई के लिए रवाना हुए।
पुलिस की टीम द्वारा बाकारूमा जंगल रोड में 6 मवेशी तस्करों को पकड़ा गया। मवेशी को हांकते मिले 4 तस्करों से नाम पूछताछ करने पर अपना नाम सुकरू लकड़ा, जगन्नाथ, रामेश्वर यादव, चिंताराम यादव बताये और उनके दो साथी निरंजन राठिया और विक्की सारथी को पीछे सडक़ किनारे होना बताये जिनके कब्जे से 37 कृषक मवेशियों को जब्त किया जिनके दो साथियों को भी पुलिस टीम द्वारा हिरासत में लिया गया। पुलिस टीम द्वारा तस्करों से मवेशियों के खरीदी-बिक्री का मालिकाना हक प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने कहा गया, जिसमें वे कोई प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाये।
मवेशी तस्कर आरोपी सुकरू लकड़ा, जगन्नाथ, रामेश्वर यादव, चिंताराम यादव, निरंजन राठिया, विक्की सारथी के विरूद्ध पुलिस चौकी रैरूमाखुर्द में आरोपियों पर छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।