रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 फरवरी। रायगढ़ नगर निगम के 48 वार्डों में पेयजल संरक्षण को लेकर राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने जा रहा है। पूर्व कलेक्टर तारन सिन्हा के कार्यकाल के दौरान नगर निगम के सभी 48 वार्डों में करने के बाद पेयजल संरक्षण को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिये गए थे, उनके साथ निगम महापौर एवं पूर्व निगम आयुक्त के साथ-साथ अन्य टीम भी शामिल थी।
लगातार गिरते जल स्तर के बाद भी वार्डों में पेयजल समस्या न हो उसके लिये उठाये गए कार्यों को केन्द्र सरकार ने सराहना की है, और आगामी 5 मार्च को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इस आशय का एक पत्र केन्द्र सरकार के अपर सचिव आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय डी तारा द्वारा भेजा गया है। 5 मार्च को देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु यह पुरस्कार प्रदान करेगी।
अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पत्र में 2023 के सर्वे में रायगढ़ जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में पेयजल संरक्षण के बेहतर कार्य किये गए थे और इस संबंध में भारत सरकार द्वारा इसकी प्रशंसा की गई है। पत्र में पांच मार्च 2024 को विज्ञान भवन में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यहां यह बताना लाजमी होगा कि रायगढ़ निगम के कई इलाकों में अक्सर पेयजल संकट गहराता था और पूर्व कलेक्टर तारन सिन्हा ने निगम की टीम के साथ मिलकर इस मामले में विशेष रूचि रखते हुए कई कदम उठाये थे। पूर्व कलेक्टर तारन सिन्हा ने भ्रमण के दौरान यह पाया था कि कुछ वार्डों में गर्मी के समय पेयजल स्तर काफी नीचे गिर जाता है जिसके संरक्षण हेतु नगर निगम की टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे। उनके साथ नगर निगम के पूर्व आयुक्त संबित मिश्रा और चंद्रवशी राय के साथ महापौर जानकी काटजू ने भी सहयोग दिया था, जिसके कारण अब भारत की राष्ट्रपति द्वारा आगामी 5 मार्च को यह पुरस्कार विज्ञान भवन में देने की घोषणा की है। भारत सरकार के अपर सचिव डी तारा ने दो दिन पहले यह पत्र ही राज्य सरकार के मुख्य सचिव को प्रेषित किया है।