रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 फरवरी। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के गोमर्डा अभ्यारण से लगे हुए मल्दा ब गांव में बुधवार की रात घर के सामने सो रही बुजुर्ग महिला पर तेंदुआ ने हमला करते हुए उसे घायल कर दिया है। घायल महिला को सारंगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार जारी है।
जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के गोमर्डा अभ्यारण्य में कई प्रकार के वन्य प्राणी विचरण करते हैं। इनमें पिछले कुछ सालों के दौरान यहां के जंगलों में तेंदुआ की भी मौजूदगी देखी जाती रही है। साथ ही साथ तेंदुआ के द्वारा कई मवेशियों को अपना शिकार भी बनाया जा चुका है। इसी क्रम में बुधवार की देर रात बरमकेला-सारंगढ़ के बीच मुख्य मार्ग में स्थित मल्दा ब गांव में एक तेंदुआ ने दस्तक दी और घर के बाहर सो रही बुजुर्ग महिला दुखदाई चौहान पिता स्व. सीताराम चौहान 72 पर अचानक हमला कर दिया। तेंदुए के हमले से बुजुर्ग महिला के चिखने चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन जागे जिसके बाद हो हल्ला सुनकर तेंदुआ वापस जंगल की ओर भाग गया है। घायल महिला को परिजनों के द्वारा सारंगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार जारी है।
बीती रात मल्दा ब गांव में तेंदुआ के हमले से महिला के घायल होने की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर घायल महिला के परिजनों को उपचार हेतु 5 हजार रूपये की सहायता राशि दी गई है।
तेंदुओं की संख्या में हुआ इजाफा
एक अन्य जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के गोमर्डा अभ्यारण्य के जंगलों में पूर्व की अपेक्षा तेंदुआ की संख्या बढ़ी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि गोमर्डा अभ्यारण के जंगलों से 15 से 20 की संख्या में तेंदुआ विचरण कर रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी जंगलों में लगाये गए टै्रप कैमरों के जरिये तेंदुआ पर निगरानी रखी जा रही है।
मवेशियों को भी बना चुका है शिकार
पिछले साल तेंदुआ द्वारा जंगल से सटे हुए कुछ गांव के ग्रामीणों के मवेशियों को भी अपना शिकार बनाया गया था। जिसके बाद वन विभाग द्वारा गांव-गांव में मुनादी कराकर ग्रामीणों को जंगल की तरफ नहीं जाने की सलाह दी गई थी। इसके बाद भी गोमर्डा अभ्यारण्य में लगातार तेंदुआ और उनके शावकों के पदचिन्ह मिलते रहे हैं।
इस मार्ग से गुजरने वालों में दहशत
मल्दा (ब) गांव बरमकेला और सारंगढ़ के बीच मुख्य मार्ग पर स्थित है। गर्मी लगते ही गोमर्डा क्षेत्र के जंगलों में पानी सूखते ही भोजन और पानी की तलाश में अक्सर वन्य प्राणी गांव तक आ पहुंचते हैं। इसी बीच बीती रात मुख्य मार्ग में स्थित गांव में तेंदुआ के आने से गांव के अलावा इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों में भी अब दहशत देखा जा रहा है। चंूकि बरमकेला से सारंगढ़ जाने के लिये लोगों को घने जंगलों के बीच घाटी से होकर गुजरना पड़ता है।