राजनांदगांव

एमआईसी बैठक में आयुक्त को घेरते महापौर ने कहा, भाजपा के इशारे पर काम करना बंद करें
24-Feb-2024 3:39 PM
एमआईसी बैठक में आयुक्त को घेरते महापौर ने कहा, भाजपा के इशारे पर काम करना बंद करें

 डामरीकरण में कांग्रेस पार्षदों के वार्ड में भेदभाव, नियम विरूद्ध काम्प्लेक्स का नीलामी निरस्त

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 24 फरवरी। राजनांदगांव नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता पर सूबे में सरकार बदलने के बाद महापौर हेमा देशमुख और कांग्रेस पार्षदों को तंग करने का आरोप लगा है।

मानसिक रूप से कांग्रेस पार्षदों को परेशान करते निगम की प्रशासनिक मशीनरी आयुक्त के शह पर भाजपा पार्षदों वाले वार्ड पर विकास कार्यों को तवज्जो दे रही है। डामरीकरण में कांग्रेस पार्षदों के वार्डों के खस्ताहाल सडक़ों की अनदेखी की जा रही है। महापौर का आरोप है कि आयुक्त ने कांग्रेस पार्षदों की स्वीकृत कार्यों को भी रोक रखा है। भाजपा सरकार के आने के बाद आयुक्त पर भाजपा नेताओं के इशारे में काम करने का आरोप लगा है। यह आरोप  एमआईसी की बैठक में लगाया गया है। उस बैठक में आयुक्त अभिषेक गुप्ता भी मौजूद थे।

बताया जा रहा है कि नगर निगम के सालाना बजट के लिए बुलाई गई एमआईसी की बैठक में कांग्रेसी पार्षदों ने खुले तौर पर आयुक्त को घेरा। निगम के अफसरों के कामकाज को लेकर चर्चा हुई। महापौर ने माना कि सत्ता बदलते ही आयुक्त और उनके मातहत अफसर फायदा उठा रहे हैं। स्थानीय भाजपा नेताओं को खुश करने के लिए नगर निगम में अफसरशाही कांग्रेस के खिलाफ चल रही है। इस संंबंध में महापौर हेमा देशमुख ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि कांग्रेस की शहरी सरकार को आयुक्त ने परेशान कर रखा है। वह अपने कामकाज में भाजपा पार्षदों के वार्डों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, यह सरासर गलत है, इसका विरोध किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि एमआईसी मेम्बरों ने भेदभाव को लेकर अपनी पीड़ा जाहिर की है। पूर्व कांग्रेस सरकार में स्वीकृत कार्यों को पूर्ण कराने भाजपा पार्षदों के वार्ड को तरजीह दी जा रही है।

डामरीकरण के लिए सिर्फ भाजपा पार्षदों के वार्डों को चुनने को लेकर भी बैठक में मामला उठा।  मेम्बर आयुक्त के रवैये को लेकर बेहद नाराज हैं। इस बीच एमआईसी की बैठक में म्युनिसिपल स्कूल परिसर में बनी दुकानों के आबंटन को लेकर भी आयुक्त एमआईसी के निशाने पर रहे। इस प्रक्रिया को पूरी तरह से नियम विरूद्ध बताया गया है। परिसर में बनी 10 दुकानों में से सिर्फ 2 दुकानों का आबंटन किया गया। जबकि शेष दुकानों के लिए सूचना जारी नहीं की गई। बताया जा रहा है कि एमआईसी में आबंटन को निरस्त कर दिया गया है।

महापौर ने निरस्तीकरण को लेकर स्पष्ट तौर पर चेतावनी देते कहा कि एमआईसी को विश्वास में लिए बगैर आबंटन करना अनुचित है। दरअसल आयुक्त और महापौर के बीच लगातार रिश्तों में कडुवाहट बढ़ती जा रही है। आयुक्त का आम लोगों के साथ भी तालमेल नहीं है। 

29 मार्च को बजट पेश करेंगी महापौर

महापौर हेमा देशमुख अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करने की तैयारी कर रही है। उन्होंने शहर के लोगों से बजट को लेकर सुझाव मांगे थे। शहर के विकास को लेकर कई लोगों ने महापौर को अधोसंरचना से जुड़े सुझाव दिए हैं। आखिरी बजट होने के कारण महापौर शहर विकास को मजबूत करने के लिए अहम घोषणाएं कर सकती है। एमआईसी की बैठक में पिछली बजट में किए गए घोषणाओं के अधूरे होने को लेकर महापौर ने आवश्यक कदम उठाने पर भी चर्चा की। बजट में कई काम प्रभावित हुए। उन्हें पूर्ण करने के लिए महापौर ने एमआईसी सदस्यों के साथ चर्चा की। संभावना है कि महापौर 29 मार्च को बजट प्रस्तुत कर सकती हैं।

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