बिलासपुर
निकाली गई रेत वापस नदी में डाली गई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 फरवरी। जिले में दो दिनों में खनिजों के अवैध उत्खनन एवं परिवहन के कुल 9 मामलों पर कार्रवाई करते हुए 10 वाहन जप्त किए गए हैं।
खनिज विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मंगला, कोनी, निरतू, सेंदरी और कछार से लगे रेत उत्खनन स्थलों का निरीक्षण किया। ग्राम कछार में विभिन्न ट्रैक्टर चालकों ने 24 फरवरी को रात में खनिज रेत अन्यत्र मार्ग से निकालकर ग्राम कछार के विभिन्न स्थलों पर डम्प किया था। खनिज अमले एवं पुलिस थाना कोनी की संयुक्त टीम ने उपरोक्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया। जांच के दौरान ग्राम कछार के विभिन्न स्थलों पर खनिज रेत मात्रा लगभग 350 घनमीटर डम्प होना पाया गया। कछार के निवासियों ने उक्त रेत किनके द्वारा डंप किया गया है, इसकी कोई जानकारी नहीं दी तथा कोई भी व्यक्ति उक्त डंप रेत को अपना कहने को तैयार नहीं हुआ। चूंकि रेत लावारिस हालत में डम्प पाया गया, उसे हाईवा एवं जेसीबी से रेत उठवाकर ग्राम सेंदरी स्थित अरपा नदी में ग्रामीणों की उपस्थिति में वापस डाल दिया गया। इसके अतिरिक्त ग्राम कछार में अवैध रेत परिवहन हेतु निजी भूमि पर बनाये गये मार्ग को भी पुन क्षतिग्रस्त कराते हुए बाधित किया गया।
ग्राम कोनी में स्थित रिवर व्यू कॉलोनीवासियों द्वारा भी अवैध रेत निकासी करने की जानकारी दिए जाने पर खनिज अमले द्वारा रेत के परिवहन मार्ग को भी कॉलोनीवासियों के समक्ष नष्ट कर क्षतिग्रस्त कराया गया। विगत दो दिनों में ग्राम धोबघाट एवं बेलगहना क्षेत्रों में जांच के दौरान अवैध रेत परिवहन के 6 मामलों पर कार्रवाई करते हुए 6 ट्रैक्टर जब्त कर थाना बेलगहना में सुरक्षार्थ रखा गया है।
कार्यपालन अभियंता खारंग जलाशय द्वारा ग्राम पिरईया में एनीकट खोलकर रेत उत्खनन की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 2 ट्रेक्टरों को जब्त कर खनिज जांच नाका लावर में रखा गया है। ग्राम सिलपहरी पोड़ी में अवैध मिट्टी मुरूम उत्खनन कर परिवहन करते हुए जेसीबी एवं हाईवा जब्त कर खनिज जांच नाका लावर में रखा गया। खनिज वाहनों पर खनिज अधिनियम के प्रावधानों के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। रेत उत्खनन प्रतिबंधित क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया जा रहा है।