बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 फरवरी। नगर पालिका के अमले के संसाधन हेतु राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत विभिन्न माध्यमों व संसाधनों पर कर वसूली है, परंतु पिछले कुछ वर्षों के दौरान राजस्व संग्रहण के मामले में नगर पालिका अपेक्षित लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पा रही है।
आलम है कि वर्तमान सत्र में नगर पालिका को नगर में 5 करोड़ रुपये से अधिक की कर वसूली करना है। जिसमें से अब तक महज 40-45 फीसदी ही वसूली हो पाई है। वित्तीय वर्ष के शेष बचे एक माह में करीब 60 फीसदी कर वसूलना कर्मचारियों के लिए चुनौती साबित हो रहा है।
विदित हो कि नगर पालिका की आय का सबसे प्रमुख स्रोत नगर वासियों से वसूला गया संपत्ति कर समेकित कर जल कर आदि है। जिससे बड़े राजस्व की प्राप्ति पालिका को होती है।
प्राप्त राजस्व का उपयोग नगर पालिका द्वारा नगर में जल प्रकाश सफाई व्यवस्था के साथ ही पालिका के दैनिक वेतन भोगी प्लेसमेंट सहित अन्य कर्मचारियों को वेतन प्रदान किया जाता है। वर्तमान में नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत उपभोक्ताओं द्वारा नगर पालिका को टैक्स जमा करने में रुचि नहीं ली जा रही है। उपभोक्ताओं द्वारा समय से टैक्स जमा नहीं किए जाने की वजह से नगर पालिका के समक्ष आर्थिक संकट घराने लगा है।
इस संबंध में नगर पालिका से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका को चालू वित्तीय वर्ष में 87.97 लाख दुकानों का किराया 105 लाख संपत्ति कर 25.97 लाख समेकित कर 15.48 लाख जल कर 16.45 यूजर चार्ज तथा 62 लाख अन्य मदों को कुल मिलाकर लगभग 3 करोड़ 12 लाख हजार रुपये राजस्व वसूल करने का लक्ष्य है परंतु 31 जनवरी तक पालिका क्षेत्र के उपभोक्ता से 42 फ़ीसदी आर्थिक 1.32 करोड रुपए की वसूली हो पाई है। यही नहीं पालिका की सबसे बड़ी चिंता वर्तमान वित्तीय वर्ष के अलावा पुराने बकाया टैक्स की भी वसूली है।
इसके अतिरिक्त पिछले वर्ष के दौरान 56.54 लाख संपत्ति कर 46.26 लाख सकेतिक कर 24.24 लाख जलकर तथा 77.36 लाख दुकान किराया का कुल मिलाकर 2 करोड़ से अधिक की राशि वसूली शेष है। जिसमें से अब तक महज 76 लख रुपए की वसूली हो पाई है। चालू वित्तीय वर्ष तथा बकाया वर्ष के टैक्स मिलकर पालिका को 5.17 करोड रुपए की टैक्स वसूली शेष है। जिसमें से 31 तक मा 40.44 प्रतिशत यानी 2 करोड रुपए टैक्स ही जमा हो पाया है।
प्रभावशाली बहुत से लोग टैक्स जमा करने में करते हैं कोताही
नगर पालिका सूत्रों के अनुसार नगर के कतिपय प्रभावशाली व्यक्तियों के अलावा कुछ पार्षदों द्वारा अपने चाहतों से टैक्स वसूलने के दौरान कर्मचारियों के साथ असहयोग किया जाता है। वहीं समय-समय पर विभिन्न राजनीतिक दलों व सत्ता पक्ष से जुड़े लोग भी टैक्स जमा करने में आनाकानी करते हैं। कई बार कर्मचारियों के साथ वाद विवाद की स्थिति भी निर्मित हो जाती है।
टैक्स के वसूल न होने के चलते पालिका को स्ट्रीट लाइट पेयजल पंप हाउस संचालक कर्मचारी का वेतन वाहनों का डीजल तथा रखरखाव स्वच्छता सामग्री नगर के बोर आदि के रखरखाव के दौरान आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। इन्हीं परिस्थितियों में कई बार नगर के मुख्य मार्ग गौरव पथ कलेक्टर कार्यालय समेत नगर की स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन विद्युत विभाग द्वारा काटा जा चुका है।