रायपुर
![कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज ने पूर्व अध्यक्षों को याद किया कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज ने पूर्व अध्यक्षों को याद किया](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1709214290hrmhan-samaj-2.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 फरवरी। कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज रायपुर पूर्व अध्यक्षों को उनकी जयंती (दिवस) पर सादर स्मरण करने का कार्य कर रहा है। आशीर्वाद भवन रायपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं समाज के पूर्व अध्यक्ष पं. शम्भूदयाल शुक्ल की जयंती पर उन्हें सादर स्मरण किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष पं. अरुण शुक्ल, सचिव पं. सुरेश मिश्र, पं. प्रशांत शुक्ल, पं. अनुराग शुक्ल, श्रीमती निशा अवस्थी, पं. अभिनीत शुक्ल, पं. प्रदीप शुक्ल, पं. गोपाल शुक्ल ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. शम्भूदयाल शुक्ल का अध्यक्षीय कार्यकाल 1962-1964 तक रहा। इससे पहले वे सन् 1943-1961 तक वे समाज के सचिव रहे। पं. शम्भूदयाल शुक्ल प्रारंभ में शिक्षक रहें, आप पर अपने चाचा पं. रविशंकर शुक्ल का गहरा प्रभाव रहा, उनके मार्गदर्शन में वे क्रांतिकारियों के आवास, भोजन एवं धन की व्यवस्था गुप्त रूप से किया करते थे। रायपुर में जैतुसाव मठ, भागीरथी मंदिर, गायत्री मंदिर आदि धार्मिक संस्थाओं के ट्रस्टी रहें। वामनराव लाखे शाला बद्री प्रसाद शिक्षण समिति के प्रमुख सदस्य रहें। रवि नगर, शुक्ला कालोनी हाउसिंग बोर्ड के निर्माता एवं प्रथम अध्यक्ष रहें। उनके सादर स्मरण में अध्यक्ष अरुण शुक्ल ने घोषणा करते हुए बताया कि संस्था के कार्यालय भवन का नाम उनकी स्मृति में रखा जा रहा है और इसके नाम पट्टिका का विमोचन परिवार एवं सदस्यों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। सचिव सुरेश मिश्र ने पं. शम्भूदयाल शुक्ल के जीवन के संस्मरणों को याद करते हुए उनके कार्यकाल की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन सहसचिव पं. रज्जन अग्निहोत्री एवं आभार प्रदर्शन पं. गौरव शुक्ल ने किया।