कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 3 मार्च। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर मांग के अनुसार स्कूलों का उन्नयन किया जाता है या नए स्कूल खोले जाते हैं, लेकिन मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के सिरौली में जहां देश की आजादी के पहले प्राथमिक स्कूल खुला था, वहां आज तक हाईस्कूल नहीं खुल सका है।
आजादी के काफी पहले स्टेट जमाने में 1910 में ग्राम सिरौली में प्राथमिक स्कूल खोला गया था, जो 100 साल से भी अधिक समय तक खपरैल भवन में चलता रहा बाद में अतिरिक्त कक्ष के रूप में स्कूल को पक्का भवन मिला। सिरौली में मिडिल स्कूल भी संचालित है जहां अभी 64 छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं।
सिरौली क्षेत्र में 4 प्राथमिक और 2 मिडिल स्कूल है जिसके चलते इलाके के ग्रामीणों, शिक्षकों और जनप्रतिनिधियों के द्वारा यहां हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा के लिए स्कूल खोलने कलेक्टर से लेकर विधायक और मंत्री तक से कई बार मांग की गई, लेकिन आज तक यह मांग पूरी नही हो सकी। यहां के लोगों का कहना है कि सिरौली में आजादी के पहले का प्राथमिक स्कूल है जबकि इसके काफी समय बाद जहां प्रायमरी स्कूल खोले गए वहां आज हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल खुल गए हैं, लेकिन सिरौली की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है। यहां से बच्चों को बेलबहरा और पिपरिया आगे की पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है।