दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 8 अप्रैल। आगामी लोकसभा चुनाव के तारताम्य में चुनाव आयोग के अफसरों का दौरा निरंतर जारी है। इसी क्रम में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ रीना बाबा साहेब कंगाले का प्रवास दंतेवाड़ा में रविवार को हुआ।
इस दौरान उन्होंने स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल दंतेवाड़ा में मतदान दलों को दिये जा रहे प्रशिक्षण सत्र का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि निर्वाचन में मतदान दायित्व के सफल एवं निर्विघ्न सम्पादन हेतु बारीकी से प्रशिक्षण प्राप्त करें। इस दौरान मतदान सम्बन्धी प्रत्येक पहलुओं की जानकारी लेने के साथ ही ईव्हीएम हेंडआन करना, मतदान आरंभ करने के पूर्व की तैयारी, माकपोल सहित समस्त प्रपत्रों को सतर्कतापूर्वक प्रतिपूरित करने संबंधी कार्य की गहन जानकारी लेने के निर्देश दिए।
श्रीमती कंगाले ने आगे कहा कि आयोग द्वारा यूटयूब चैनल एवं व्हाट्सएप चैनल में निर्वाचन प्रशिक्षण सम्बन्धी वीडियो अपलोड किया गया। जहां प्रशिक्षण संबंधी बिंदुओं की विस्तार से जानकारी दी गयी है। जिसका लाभ प्रशिक्षण दल ले सकते है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विधानसभा निर्वाचन में मतदान दलों का हिस्सा रहे चुके व्यक्ति नए साथियों को ट्रेनिंग की जानकारी दे, जिससे मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया को बेहतर तरीके से समझा सकेगें। इसके अलावा उन्होंने मतदान दलों को पिछले निर्वाचन में मिले मानदेय और अन्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने ट्रेनिंग दे रहे मास्टर ट्रेनर्स से भी प्रशिक्षण संबंधित विषयों को पूछा। इस अवलोकन के दौरान उन्होंने मतदान दलों क लिए गूगल फार्म टेस्ट आनलाइन किए जाने तथा कम्युनिकेशन एप प्रारंभ करने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी किया। इसके साथ ही उन्होंने मतदान दलों को प्रोत्सहित करते हुए निर्भय होकर पूर्ण आत्मविश्वास के साथ निर्वाचन दायित्व को सम्पन्न कराने की शुभकामनाएं दी। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने प्रशिक्षण हेतु मास्टर्स ट्रेनर्स द्वारा तैयार कम्प्यूटर पॉवर पाइंट प्रस्तुति, ईव्हीएम हेंडआन करने सम्बन्धी जानकारी, वाट्सअप के माध्यम से शंका समाधान इत्यादि को बेहतर प्रशिक्षण के लिए जरूरी निरूपित करते हुए इसे भी सराहा।
इस मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन, सहायक रिटर्निग अफसर जयंत नाहटा, अपर कलेक्टर राजेश पात्रे और उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद थे।