कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर (कोरिया), 10 अप्रैल। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के जनकपुर रेंज में 9 गौर (बायसन) देखे गए। सभी एक साथ जनकपुर में जंगल के अंदर बनाए गए तालाब से पानी पीते हुए कैमरे में कैद हुए। पार्क के रेंजर और उनकी टीम उन पर नजर बनाए हुए हैं
जनकपुर रेंजर राजाराम कहना है कि मध्यप्रदेश के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से 9 गौर हमारे क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। हमारे लिए अच्छी बात है।
दरअसल, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है, वहां कान्हा किसली से 40 गौर लाए गए हैं, जिसमें विचरण करते हुए 9 गौर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के जनकपुर पहुंच गए, वहीं रात में दौरे के समय भी एक गौर कैमरे में कैद हुआ।
ज्ञात हो कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में भी एक दर्जन गौर बारनवापारा से लाने की योजना बनाई गई थी, परंतु सरकार के बदलते ही योजना अब खटाई में पड़ गई है। पार्क में गौर को लाने उन्हें यहां रखने के लिए बाकायदा गौर बाड़ा भी बनाया गया था, ये गौर बाड़ा रामगढ़ परिक्षेत्र में बनवाया गया है, इससे पहले 200 से ज्यादा चीतल गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में लाकर छोड़े जा चुके हंै।
फिलहाल, मध्यप्रदेश से आए 9 गौर को यहां की आबोहवा भा रही है। वो बीते कई दिनों से यही विचरण कर रहे हंै।
पहले 1 गौर आया करता था
वर्ष 2019 में एक गौर अकेला गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के सोनहत रेंज में देखने को मिलता था। कई बार ट्रैप कैमरे में कैद भी हो चुका है, उसके बाद उसने अपने परिवार को यहां लेकर आया है और कई बार गौर के साथ उसके बछड़े और मादा गौर भी दिखती रही है, अब उनके अलावा 9 गौर पार्क के जनकपुर में देखे जाने से पार्क के अधिकारी बेहद खुश नजऱ आ रहे हैं।