महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 12 अप्रैल। बाघ की धमक के बीच बार के पाड़ादाह गुफा में इस वर्ष 251 आस्था की ज्योति प्रज्ज्वलित की गई है। ज्योत की देखरेख के लिए कलेक्टर के निर्देश पर वन विभाग की वाहनों से चुनिंदा ग्रामीणों को उनके गांव से गुफा तक लाना ले जाना किया जा रहा है। ग्रामीणों की आस्था बरकरार रखने के लिए वनवासियों ने कलेक्टर बलौदाबाजार एवं अभ्यारण्य अधीक्षक का आभार व्यक्त किया है।
ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आदिवासी गोंड समाज की ऐतिहासिक धरोहर जय सिंघा ध्रुवा चंदा देवी की गुफा जो कि अभ्यारण्य क्षेत्र के पांडादाह में स्थित है। नवरात्रि पर यहां प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु पहुंच कर दर्शन लाभ लेते हंै, परन्तु इस वर्ष वन विभाग द्वारा बाघ की मौजूदगी के बाद सुरक्षा के मद्देनजर पांडादाह पहुंचने का मार्ग ही बंद कर दिया गया था। इसके बाद जय सिंघा ध्रुवा जय चांदा सेवा समिति द्वारा अभ्यारण्य अधीक्षक की पहल पर मतदान जागरूकता अभियान में बार पहुंचे कलेक्टर बलौदाबाजार से मुलाकात कर अपनी धरोहर की आस्था के सम्बन्ध में जानकारी दी।
पूरी बात सुनने के बाद कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर परम्परा को पूर्ववत जारी रखने के निर्देश के साथ ज्योत प्रज्ज्वलन की अनुमति दे दी। इसके साथ ही ज्योत देखरेख एवं दर्शन हेतु 20-20 ग्रामीणों को वन दस्ते की सुरक्षा के साथ दर्शन करने की अनुमति दे दी।
इधर कलेक्टर के आदेश के बाद वन विभाग ने कटौती करते हुए एक बार में 15 ग्रामीणों को विभागीय वाहन से ज्योति देखरेख सेवा एवं दर्शन हेतु ले जाया जा रहा है।
उक्त सम्बन्ध में सामाजिक सदस्य संतोष कुमार ने बताया कि चैत्र नवरात्रि पर समिति के संस्थापक व पुजारी मंगतू जगत जी के सानिध्य में बारनयापारा व सिरपुर परिक्षेत्र में स्थित गोंडवाना के ऐतिहासिक धरोहर व धार्मिक आस्था के केंद्र बिंदु जय चांदा दाई प्राचीन गोंड गुफा में आदिवासी रीति नीति, संस्कृति,परम्परा के तहत 251 मनोकामना ज्योतिकलश प्रजवलित किए गए हैं, जहां पर विभिन्न क्षेत्रों से दूर-दूर से दर्शन लाभ हेतू श्रद्धालु पहुंचते हैं। किंतु, ऐसा पहली बार है कि इस वर्ष क्षेत्र में बाघ का कथित विचरण हो रहा है जिसके कारण से वन विभाग द्वारा उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देशन में सुरक्षा के दृष्टिकोण से जगह-जगह सीसी कैमरा के माध्यम से सतत निगरानी किया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार जान-माल की हानि न हो।
शासन प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा हमारे आस्था को ध्यान में रखते हुए समिति के सदस्यों को अपने कर्मचारियों के साथ सुरक्षित गुफा तक आने जाने में विशेष सहयोग प्रदान किया जा रहा है। शासन एवं जिला प्रशासन के सहयोग से ही यहां मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित एवं पूजा- अर्चना किया जाना संभव हो पाया, साथ ही समिति के सदस्यों द्वारा भी शासन-प्रशासन एवं वन विभाग के दिशा निर्देश व नियमों का अक्षरश: पालन किया जा रहा है।