गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 13 अप्रैल। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री शक्तिपीठ राजिम के मार्गदर्शन में 12 अप्रैल शुक्रवार को ग्राम कोमा में एक कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ 06 गर्भवती माताओं ज्योति हितेश साहू, पूजा टेवेश यादव, खेमिन नेमचंद साहू, बबीता गिरीश तारक, दुर्गा पीतांबर धीवर, उषा हेमंत यादव का पुंसवन संस्कार संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में गायत्री शक्तिपीठ राजिम की मुख्य प्रबंध ट्रस्टी चंद्रलेखा गुप्ता ने इस संस्कार के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तीन माह के पश्चात गर्भस्थ शिशु का मस्तिष्क विकसित होने लगता है। यह विकास सही तरीके से हो इसी के लिए पुंसवन संस्कार किया जाता है। इसके जरिए गर्भ में पल रहे शिशु में संस्कारों की नींव रखी जाती है। पुंसवन संस्कार बलवान, शक्तिशाली एवं स्वस्थ संतान को जन्म देने के उद्देश्य से किया जाता है।
कार्यक्रम में मां भगवती महिला मंडल की बहन दीपा साहू, ट्रस्टी सीता साहू, ब्लाक समन्वयक उपस्थित थी। यज्ञ का संचालन गायत्री शक्तिपीठ राजिम के परिव्राजक लुकेश्वरी दीवान द्वारा किया गया। संकुल समन्वयक संतोष कुमार साहू ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में गर्भवती माताओं को गायत्री मंत्र लेखन तथा आओ गढ़े संस्कारवान पीढी नामक साहित्य भेंट किया गया।
इस अवसर पर सरपंच भुनेश्वरी बंजारे द्वारा सुपोषण चौपाल कार्यक्रम के अंतर्गत गोद भराई सरकार की योजना संतुलित आहार, पौष्टिक आहार मुख्यमंत्री मातृत्व वन्दना, रेडी टू ईट का उपयोग स्वास्थ्य जांच सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रहीं आयरन कैल्शियम की दवाई आदि के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संगीता नगारची, पुष्पा साहू, हेमलता जांगडे, कोटवार शशिकला महेश्वरी, आसबती साहू, भुनेश्वरी नगरची, कौशिल्या नगरची, रामेश्वरी यादव, रूखमणी साहू, जयंती तुलसी, खिलेश्वरी, निशा साहू, साधना साहू का सहयोग रहा।