बलौदा बाजार
किसानों ने कहा फसलों को पहुंच रहा भारी नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 अप्रैल। विभिन्न पावर प्लांट से जिले के सीमेंट संयंत्रों में राखड़ (फ्लाई ऐश) लेकर आने वाले वाहन चालकों द्वारा अत्यधिक गैर जिम्मेदाराना कृत्य करते हुए बची हुई राखड़ को खेतों और सडक़ों के किनारे जहां मन चाहे डाल देते हैं।
आसपास के निवासियों का कहना है कि वह कौन जिम्मेदार व्यक्ति है जो इस तरह का काम करवा रहा है या वाहन चालक ही मनमानी करते हैं। इस पर शासन को पहल करनी चाहिए।
जिन खेतों में डालते हैं। उस खेत की नमी खत्म हो जाती है जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह समस्या यही तक खत्म नहीं होती जब तेज हवा चलता है तो राखड़ उडक़र गांव तक पहुंचता है जिससे अस्थमा मरीज को परेशानी होती है। आवागमन के दौरान अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन व संयंत्रों द्वारा इस संबंध में पर्याप्त मॉनिटरिंग नहीं किए जाने के चलते फ्लाई एस खेतों में एकत्र होकर किसानों के लिए मुसीबत का कारण भी बन रहा है।
विदित हो कि सीमेंट संयंत्रों में सीमेंट निर्माण हेतु पावर प्लांट से वजर्य पदार्थ के रूप में निकलने वाले फ्लाई एस का उपयोग सीमेंट निर्माण हेतु किया जाता है। इस हेतु बड़े कैप्सूल व बलकर वाहन में कोरबा रायगढ़ समेत अन्य स्थानों पर स्थित पावर प्लांट से फ्लाई एस भरकर जिला के प्रमुख सीमेंट संयंत्र व फ्लाई एस ब्रिक्स प्लांट में लाया जाता है। जहां संयंत्र में फ्लाई एस खाली करने के बाद शेष बचा हुआ फ्लाई ऐश को लापरवाही पूर्वक वाहन चालकों द्वारा खेतों के किनारो अथवा खेतों में खाली कर दिया जाता है। इन दिनों तेज हवा हवा अंधड़ चलने के दौरान फ्लाई एस के महीन कण उडक़र आवागमन कर रहे वाहन चालकों के आंख में प्रवेश कर दुर्घटना का कारण भी बना रहे हैं।
बलौदाबाजार सिमगा मार्ग पर स्थित संयंत्रों बलौदाबाजार गिधौरी रायगढ़ मार्ग पर ऐसे ढेर जगह जगह देखे जा सकते हैं। अधिकांशत कैप्सूल चालकों द्वारा रात्रि में किसानों के खेत से लगे मेंड़ में फ्लाई एस डाल दिया जाता है।
खेत में परत के रूप में जम जाता है
नगर के कुकुरदी रिसदा सकरी से लेकर पनगांव बाईपास के किनारे पर लापरवाही पूर्वक उड़ेल गए फ्लाई एस के अलावा बलौदाबाजार सिमगा मुख्य मार्ग से लगे खेतों में फ्लाई एस के ढेर आसानी से देखे जा सकते हैं। बारिश होने के दौरान फ्लाई एस पूरे खेत में परत के रूप में जम जाता है जिससे खेत की उत्पादन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। यदि प्रशासन द्वारा शीघ्र ही इस दिशा में ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में राहगीरों तथा किसानों की मुसीबत और भी बढ़ सकती है। अत: जनहित में संयंत्र प्रबंधन को कड़े निर्देश देने के साथ ही ऐसे गैर जिम्मेदार वाहन चालकों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किए जाने की मांग किसानों व ग्रामीणों ने की है।