बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 अप्रैल। सडक़ पर चलने वाले राहगीर लंबे समय से आवारा मवेशियों के जमावड़ा से परेशान हैं। यहां लगभग हर सडक़ पर आवारा मवेशियों का डेरा है।
इन दिनों बलौदाबाजार के प्रमुख मार्गों पर आवारा मवेशियों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। झुंड के रूप में बैठे रहने से कई बार दुर्घटना हो रही है।
लवन नगर के मुख्य मार्ग सहित किसी भी मार्ग से गुजरों आपको मवेशियों का झुंड हर जगह पर देखने को मिलेगा। शाम के समय यह मुख्य मार्गों के चौराहों पर बैठे देंखे जा सकते हैं। आवारा पशुओं के आपस में लडऩे के कारण भी कई बार वाहन चालक इनकी चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में यदि हादसे से बचना है तो वाहन चालक व राहगीर नपा के भरोसे न रहे। उन्हें खुद ही संभलकर चलना होगा।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका की लापरवाही के कारण नागरिक मवेशियों से परेशान हो रहे हैं। शाम के समय ग्राम छुईहा मेन रोड से लेकर अंबेडकर चौक तक आवारा मवेशियों का झुण्ड में जमावड़ा रहता है, जिसकी वज़ह से राहगीरों व वाहन चालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
सबसे ज्यादा परेशानी बस स्टैण्ड, मंडी रोड चौक, तहसील चौक, स्कूल के सामने सहित विभिन्न स्थानों पर आवारा मवेशियों का पूरे दिन भर जमावड़ा रहता है। सबसे ज्यादा परेशानी शाम के समय व रात में होती है। रात में आवारा मवेशी वाहन चालकों को दिखाई नहीं देते है, जिसके वज़ह से परेशानी होती है, और दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है।
चूंकि यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग है इस वज़ह से 24 घंटे हजारों बड़ी बड़ी वाहनों का आना जाना होता रहता है। नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से कभी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
कानून में यह है प्रावधान
आवारा मवेशियों के मालिकों को एक बार समझाइश देकर पशुओं को छोड़ा जाता है। दूसरी बार मवेशी को गोशाला या कांजी हाउस भेजकर निर्धारित जुर्माना लगाकर छोड़ दिया जाता है। उसके बाद भी अगर मवेशी मालिक नहीं मानता है तो नपा उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा सकती है।