बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 अप्रैल। घंटों मोबाइल पर चैट करना सिर दर्द और आंखों की रोशनी कम करने का कारण बन रहा है। यह शिकायत युवा वर्ग में तेजी से बढ़ रही है। खास कर वे लोग इस परेशानीसे जूझ रहे हैं जो लंबे समय तक मोबाइल, व लेपटोप पर काम करते हैं। देर रात तक मोबाइल देखना इसका सबसे बड़ा कारण बन रहा है।
इन दिनों युवाओं को मोबाइल पर वेब सीरिज, फिल्म देखने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। युवा देर रात तक मोबाइल पर बेव सीरिज देखते हैं। जिसके कारण वह देर रात तक जागते और मोबाइल पर लगातार नजर टिकी होने से आंखें कमजोर हो रही है। देर रात को जागने से स्वास्थ्य संबंधी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। रात के अंधेरे में मोबाइल का प्रयोग और भी अधिक समस्या खड़ी कर रहा है।
लवन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ नेत्र चिकित्सा सहायक अधिकारी दुर्गेश बंजारे का कहना है कि युवाओं में निकट दृष्टी दोष की शिकायत बढ़ी है। जो लोग मोबाइल व लेपटोप पर अधिक समय तक काम करते हैं उन्हें नजदीक का धुंधला दिखाई देने लगा है। एक बार जब यह परेशानी आ जाती है तो फिर उसका कोई समाधान नहीं होता। यह शिकायत खासकर 40 साल की उम्र के आसपास के लोगों में अधिक देखने को मिल रही है। बच्चों व बड़ों के आधे सिर में दर्द/माइग्रेन/ की समस्या अधिक सामने आ रही है। उसका कारण बदलती जीवन शैली है। लोग प्राकृति साधनों की अपेक्षा इलेक्ट्रोनिक साधनों का अधिक उपयोग करने लगे हैं। कंप्युटर, टीवी, मोबाइल का अधिक इस्तेमाल माइग्रेन की परेशानी बन रहा है। देर रात तक मोबाइल व कंप्युटर पर काम करना, नींद पूरी न लेना, बाहर का खान पान, काम काज का तनाव माइग्रेन की समस्या को और भी अधिक गंभीर बनाते हैं। माइग्रेन की स्थिति में बचाव के लिए तंबाकू, शराब आदि नशे के सेवन से बचें, धूप में कम निकलें, उपवास न रखें, नींद पूरी लें। माइग्रेन की समस्या पर जिस चीज से अधिक परेशानी हो रही हो उससे बचें। इसके साथ ही प्रत्येक दो से तीन महीने में डाक्टर से परामर्श लेते रहें। शारीरिक मेहनत घटी है अब लोग अधिक समय तक एक जगह पर बैठकर काम करते रहते हैं। जिससे लोगों में कमर दर्द की शिकायत भी बढ़ रही है। इसलिए जरुरी है कि नियमित योग, व्यायाम करें, बीपी नियंत्रित रखें शुगर की जांच कराते रहे और नशा आदि से दूर रहें।