रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अप्रैल। ग्रीष्मकालीन के दौरान ट्रेनों में यात्रियो की होने वाली अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुये उन्हें कंफर्म बर्थ के साथ यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु दुर्ग-जबलपुर-दुर्ग के मध्य 09 फेरों के लिए ग्रीष्मकालीन साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है ।
यह गाड़ी दुर्ग से दिनांक 23, अप्रैल, 2024 से 18 जून, 2024 प्रत्येक मंगलवार को 01702 नं के साथ जबलपुर के लिए रवाना होगी। यह गाड़ी दुर्ग रेलवे स्टेशन से 9: 30 बजे रवाना होकर रायपुर 10:10 बजे, भाटापारा 12.05 बजे, उसलापुर 13:10 बजे, पेंड्रा रोड 14.45 बजे, अनूपपुर 15: 30 बजे, शहडोल 16:10 बजे, उमरिया 17.00 बजे साउथ कटनी 19.15 बजे, सिहोरा रोड 20:30 बजे जबलपुर 21:15 बजे पहुंचेगी।
इसी प्रकार जबलपुर से 22 अप्रैल से 17 जून प्रत्येक सोमवार को 01701 नंबर के साथ दुर्ग के लिए रवाना होगी । यह गाड़ी जबलपुर से 20:30 बजे रवाना होकर सिहोरा रोड 21:05 बजे, कटनी साउथ 21.35, बजे, उमरिया 22.55 बजे, शहडोल 00.04 बजे, अनूपपुर 00.41 बजे, पेंड्रा रोड 1: 20 बजे, उसलापुर 02.50 बजे, भाटापारा 3:45 बजे, रायपुर 5 बजे, दुर्ग 6:15 पर पहुंचेगी।
इस गाड़ी में 02 एसएलआर, 02 सामान्य, 05 स्लीपर, 11एसी थ्री इकोनामी तथा 02 एसी-2 सहित कुल 22 कोच की सुविधा रहेगी ।
रेल मदद एप से यात्री की समस्स्यों का त्वरित निराकरण
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का दावा है कि 1 अप्रैल, 23 से 31 मार्च, 24 तक रेल मदद एप पर प्राप्त रेल यात्रियों के लगभग 62777 समस्याओं/ शिकायतों का शत-प्रतिशत त्वरित समाधान निदान किया किया गया ।
डिजिटल पहलों के अनुरूप भारतीय रेलवे ने शिकायत प्रबंधन प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल करते हुए रेल यात्रियों की शिकायतों के निवारण की प्रक्रिया को सुधारने एवं तेज करने के लिये रेलवे के द्वारा रेल मदद नाम से एक एप जारी किया है । रेल मदद एप यात्रियों की शिकायतों को दर्ज कर शिकायतों के निवारण की स्थिति के बारे में उन्हें लगातार जानकारी मुहैया कराता है । यात्री को इस एप पर रजिस्टेशन के बाद एसएमएस के जरिये शिकायत संख्या तुरंत उपलब्ध कराकर रेलवे द्वारा उठाये गये कदमों की जानकारी भी एसएमएस द्वारा दी जाती है ।
पूर्व में रेलवे के द्वारा जितनी भी हेल्पलाईन नंबर इस्तेमाल में थी उन सभी को ‘रेल मदद’ एप में समाहित की गई है । हेल्पलाईन नंबर 139 पर भी काल करने से ‘रेल मदद’द्वारा यात्रियों की समस्याओं का निराकरण किए जा रहे है ।