कांकेर

प्रचार के आखिरी दिन कांगे्रस-भाजपा ने झोंकी ताकत
24-Apr-2024 3:01 PM
प्रचार के आखिरी दिन कांगे्रस-भाजपा ने झोंकी ताकत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कांकेर, 24 अप्रैल। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जहां मोदी के नाम पर चुनाव जीतने आश्वस्त है, वहीं कांग्रेस पांच विधानसभा क्षेत्र में मिले जीत से अपने वोटों को सुरक्षित करने के प्रयास में पूरी ताकत लगा दी है।

चुनाव प्रचार में बड़ी सभाओं को लेकर भाजपा जहां आगे है, वहीं अंदरूनी प्रचार में भाजपा कांग्रेस से काफी पीछे है। विभिन्न समाजों को साधने में भी कांग्रेस काफी आगे चल रही है। पांच विधानसभा क्षेत्रों में जहां से कांग्रेस के विधायक जीते हैं, वहां कांग्रेस अपनी पूरी ताकत लगा कर अपने वोटों को सुरक्षित करने में लगी है। भाजपा आमसभा और लाउडस्पीकर से घूम-घूम कर प्रचार कर माहौल अपने पक्ष में बनाने का प्रयास कर रही है।

6 विधानसभा क्षेत्रों में लीड करने कांग्रेस का दावा

विदित हो कि कांकेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत बालोद, गुंडरदेही, डौंडीलोहारा, भानुप्रतापपुर और सिहावा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक अच्छे मतों के अंतर से जीत कर आए हैं, वहीं केशकाल कांकेर और अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कब्जा है।

भाजपा स्टार प्रचारकों के जरिए बड़ी आमसभाओं से जहां माहौल बनाने का प्रयास कर रही है, वहीं तेज गर्मी के चलते अपेक्षाकृत भीड़ भी जुटाने में विफल है। दूसरी ओर कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों व नीचले बस्तियों में जाकर मध्यमवर्गीय व गरीब परिवारों से निरंतर संपर्क में जुटी हुई है।

शहरी क्षेत्रों व भाजपाई इलाके पर समय बर्बाद न कर वह कांग्रेसी विधानसभा क्षेत्रों में पूरी ताकत लगा रही है। कांग्रेस अपने पांच विधानसभा क्षेत्र में बढ़त का अपना दावा बता रही है, वहीं कांकेर विधानसभा क्षेत्र में मात्र 16 वोट से हार को  स्वीकार न कर कांग्रेस यहां से भी अपना वर्चस्व बता रही है।

 स्टार प्रचारकों व केंद्र की नीति से जीतने भाजपा का दावा

  भाजपा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से ही चुनाव जीतने की उम्मीद है। वहीं भाजपाई प्रदेश के मुख्यमंत्री व स्टार प्रचारकों केंद्र के नेताओं के आमसभाओं के भरोसे चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं।

 कांग्रेस जहां विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव जीती है, वहां पूरी शक्ति लगाकर अपना वोट सुरक्षित करने भरपूर प्रयास में जुटी हुई है। इसलिए अपने स्टार प्रचारकों की आमसभा  भी बालोद जिले में करवा रही है। जहां तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के विधायक जीते है। इसी तरह सिहावा विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस अपना वंोट सुरक्षित समझ रही है।

 कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर क्षेत्र में भी कांग्रेस विधायक होने के साथ प्रत्याशी बीरेश ठाकुर भी इसी क्षेत्र के निवासी होने के कारण आज तक यहां भी कांग्रेस थोड़ी बेहतर दिख रही है। मगर अंतागढ़ इलाके में पिछड़ती दिख रही है।

कुल मिलाकर दोनों ही प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में पिछले चुनाव की तरह हार-जीत का अंतर कम मतों से  होने का अनुमान है।

कहीं कांग्रेस तो कहीं भाजपा आगे

खाता फि ्रज होने का रोना, फिर भी लाखों लुटा रही कांग्रेस

कांग्रेस प्रत्याशी व चुनाव में लगे कांग्रेस के प्रमुख जन उनका खाता फ्रिज होने के कारण धन का अभाव होने का रोना जरूर रो रहे हैं। परंतु गांव- गांव में व अंदर बस्तियों में विभिन्न समूदायों का भंडारा करने व पार्टी मनाने में किसका पैसा  लगा है। कांग्रेस बाहरी तामझाम व चकाचौंध में खर्च न कर सीधे जाति व समुदायों को साधने में अपनी उर्जा लगा रही है।

 काम करने वाले कार्यकर्ताओं पर भी खर्च कर रही हैं। लोगों के दरवाजे तक दस्तक दे-दे कर व्यक्ति गत संपर्क में कांग्रेस आगे चल रही है। वहीं भाजपा इस मामले में कांग्रेस से काफी पीछे हैं। भाजपा की वाहनें अबकी बार चार सौ पार का नारा लगाते हुए जरूर दौड़ रही है, लेकिन अब तक प्रत्याशी भोजराज नाग के पक्ष में जनसंपर्क नहीं हो रहा है। 

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