कांकेर
जन सहयोग संस्था के अध्यक्ष पप्पू ने दिया सहारा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 2 मई। निजी क्षेत्र की बसों में यात्रियों के साथ अमानवीयता की हद पार हो गई है। लाठी टेक कर चलने वाली 90 साल की वृद्धा को बस कंडक्टर ने धक्के मार कर बस से उतार दिया और उसकी पोटली में रखा सामान भी उठाकर फेंक दिया । सहयोग समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी ने वृद्धा को कटनी तक जाने का प्रबंध कराया।
वृद्धा के साथ हुए इस दुव्र्यवहार को देख बस स्टैंड में चाय बेचने वाली एक महिला ने अपने पास लाकर सहारा दिया और उसे जलपान कराई। वृद्धा ने चाय वाली महिला को आप बीती सुनाई।
वह बताई कि वह कटनी के पास एक गांव में रहती है। वह जगदलपुर की जेल में सजा काट रहे अपने पुत्र से मिलने गई थी। अपने पुत्र से मिल कर जब वह वापस वहां से लौट रही थी। शायद टिकट के पैसे कुछ कम पड़ रहे थे। जिसे बस कंडक्टर बर्दाश्त नहीं कर सका। जिससे उसने वृद्धा के साथ दुव्र्यवहार करते हुए धक्का मार कर कांकेर में गेट से बाहर कर दिया। जबकि उसे रायपुर उतरना था। इतना ही नहीं उसके पोटली और सामानों को भी बाहर फेंक दिया। अब कटनी तक जाने के लिए उसके पास कुछ भी नहीं था।
यह बात चाय वाली महिला ने जन सहयोग समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी को फोन से बताई। श्री मोटवानी ने बस स्टैंड पहुंच कर वृद्ध माता को दिलासा देते हुए अगली आने वाली बस से उनके रायपुर तक जाने का प्रबंध कर दिया। उन्होंने रायपुर से आगे भी जाने का किराया व अन्य खर्च मिलाकर 1000/- की आर्थिक सहायता तुरंत प्रदान की।
अगली बस के कंडक्टर एक भले आदमी थे। उन्होंने वृद्धा माता को रायपुर बस स्टैंड से ऑटो द्वारा रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने का भी प्रबंध करने का वादा किया, जिससे कि वहां से वह कटनी जा सकें। बस में वृद्धा को सुविधाजनक सीट भी प्रदान की गई।
पप्पू मोटवानी के इस सहयोग से वृद्धा के आंखों में प्रेम आंसू आ गए। वह जन सहयोग के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी को पुत्र की तरह चूमते हुए बहुत दुआएं तथा आशीर्वाद प्रदान की। बस स्टैंड में मौजूद लोगों ने इस नेक कार्य की प्रशंसा की।