बालोद
![बांध किनारे बाइक छोड़ युवक लापता बांध किनारे बाइक छोड़ युवक लापता](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1715179349alli_rajhara-2.jpg)
दोस्त को मैसेज करने के बाद फोन बंद, खोजने में जुटी पुलिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्ली राजहरा, 8 मई। सोमवार रात को बांध किनारे मोटरसाइकिल छोड़ युवक लापता हो गया। दोस्त को मैसेज करने के बाद फोन बंद आने से मित्रों और स्वजनों के द्वारा खोजबीन शुरू की, लेकिन युवक का पता नहीं चला। पुलिस आज भी उसे खोजने में जुटी है।
मिली जानकारी अनुसार 24 वर्षीय युवक नरेश कुमार नागेश्वर सोमवार रात को नौ बजकर 15 मिनट के आसपास अपने मित्र हिमालय विश्वकर्मा को मैसेज किया कि भाई माफ कर देना, सारी और गुड बाय, गाड़ी लेने डैम आ जाना चाबी लेके तेरा वाला, नहीं हो पा रहा अब मेरे से, ऐसा कहते हुए मोबाइल को बंद कर दिया। इसके फोन बंद आने से मित्रों और स्वजनों के द्वारा खोजबीन शुरू की, लेकिन युवक का कोई पता नहीं चला।
बोइरडीह डैम के ऊपर युवक की मोटर साइकिल मिलने के बाद स्वजनों ने युवक की गुमशुदगी की सूचना महामाया थाना को दी। बहुत रात हो जाने के कारण मंगलवार सुबह पुलिस प्रशासन डैम पहुंची। डैम के किनारे पानी में युवक की चप्पल मिलने के बाद आसपास खोजबीन की गई, कोई सुराग हाथ नहीं लगा। जिसके बाद बालोद से गोताखोरों की टीम मोटर बोट के साथ पहुंची।
सीएसपी राजहरा चित्रा वर्मा ने बताया कि लापता युवक के मित्र और स्वजनों के बताए अनुसार बोईरडीह डैम के समीप बाइक और मोटर बोट से डैम में खोजबीन करती गोताखोरों की टीम दोपहर तीन बजे बुलाई गई और शाम छह बजे तक गोताखोरों ने भी डैम में उतरकर काफी खोजबीन की देर शाम तक कुछ भी हाथ नहीं लगा।
चप्पल मिलने के कारण और मित्रों को किए मैसेज को देखते हुए डैम में कूदकर आत्महत्या किए जाने की संभावनाओं को देखते हुए गोताखोरों की टीम और मोटर बोट मंगवाकर मंगलवार को देर शाम तक खोजबीन की गई।
बुधवार को पुन: सुबह छह बजे से गोताखोरों की टीम डैम पहुंचकर खोजबीन कर रही है। यदि कोई सुराग नहीं मिला तो उच्च अधिकारियों से विचार विमर्श कर दुर्ग से ऑक्सीजन मास्क सहित विशेष गोताखोरों की टीम भी बुलाई जाएगी।
तीन भाईयों में सबसे छोटा है नरेश
लापता युवक नरेश तीन भाईयों में सबसे छोटा है और पुराना बाजार स्थित एक कपड़े की दुकान पर काम करता था। अपनी मां, नानी और भाईयों के साथ वार्ड क्रमांक 14 में रहता था।
सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा
गौरतलब है कि बीएसपी प्रशासन द्वारा निर्मित बोइरडीह डैम में पूर्व में भी कई घटनाएं घट चुकी हैं। सुनसान रास्ता होने के कारण ये डैम असामाजिक तत्वों का डेरा बना हुआ है। कई घटनाओं के बाद भी सुरक्षा के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इतने सुंदर पर्यटन स्थल को बी एस पी द्वारा अनदेखा किया जा रहा है जबकि यहां पर थोड़ी सी व्यवस्था करने से ही इसे विकसित एवं सुरक्षित किया जा सकता है।