कोण्डागांव
![10वीं एवं 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का कलेक्टर ने किया सम्मान 10वीं एवं 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का कलेक्टर ने किया सम्मान](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1715442785-1.jpg)
कोण्डागांव, 11 मई। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा 10वीं एवं 12वीं कक्षा के जारी परिणामों में जिले के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का कलेक्टर कुणाल दुदावत द्वारा शुक्रवार को सम्मान किया गया।
कोण्डागांव में 10वीं कक्षा में 81.08 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है, जिनमें 77.99 प्रतिशत बालक एवं 83.69 प्रतिशत बालिकाएं उत्तीर्ण हुई हैं। वहीं कक्षा 12वीं में जिले के 80.75 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुएं है जिनमें 79.18 प्रतिशत बालक एवं 81.96 प्रतिशत बालिकाएं उत्तीर्ण हुई हैं। जिला के कक्षा 12वीं में प्रथम स्थान पर शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फरसगांव के मंगलेश सलाम ने 94.60 और 10वीं कक्षा में 96.17 प्रतिशत के साथ केशकाल की सलेहा पारेख ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
12वीं कक्षा में जिले में प्रथम स्थान पर आने वाले शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फरसगांव के मंगलेश सलाम ने बताया कि उनके पिता एक कृषक है और उसे बचपन से ही पढऩे में रूचि थी। इसमें विद्यालय के शिक्षकों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ जिससे वह 12वीं में 94.60 प्रतिशत ला पाए। मंगलेश ने बताया कि वह आगे जीवन में सीएस (कम्पनी सेक्रेटरी) बनना चाहते है। वहीं 10वीं कक्षा में 96.17 प्रतिशत लाकर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली केशकाल की सलेहा पारेख ने बताया कि पढ़ाई में स्कूल के शिक्षकों के साथ परिजनों का उन्हें पूरा सहयोग मिला जिससे वे अपनी पढ़ाई अच्छे से कर सकीं। सलेहा ने बताया कि वे आगे कामर्स विषय लेकर चार्टड एकाउंटेंट बनना चाहती है।
इस अवसर पर कलेक्टर ने बच्चों से मुलाकात कर उनका प्रोत्साहन किया और सभी बच्चों एवं उनके परिजनों को संबोंधित करते हुए कहा कि परीक्षा जीवन का एक पड़ाव है न की उसका अंतिम लक्ष्य हमें निरंतर मेहनत करते हुए उत्कृष्टता की ओर बढऩा चाहिए। उन्होंने ऐसे बच्चें जो या तो प्राविण्य सूची में स्थान न बना सके या किसी कारणवश परीक्षा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके उनके लिए संदेश देते हुए कहा कि वे स्वयं किसी कक्षा में प्राविण्य सूची में नहीं रहे परंतु जब उन्होंने अपने जीवन में कुछ करने की सोची और मेहनत की तो वे हर परीक्षा में उत्तीर्ण होते गये और आज पूरे जिले के जिलाधिकारी के रूप में कार्य कर रहे है। बच्चों को भी अपने परिणामों से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए जीवन में परिश्रम के बल पर हर मंजिल को पाया जा सकता है, क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।
बच्चों के मार्गदर्शन के लिए तीन दिवसीय शिविर
कलेक्टर ने बताया कि जिले के बच्चों को 12वीं के बाद कैरियर के चुनाव एवं करियर प्रबंधन तथा 10वीं के बच्चों के लिए विषय चुनाव हेतु जिले में तीन दिवसीय कैरियर मार्गदर्शन शिविर का आयोजन किया जायेगा साथ ही 10वीं के बच्चों को विषय चुनाव हेतु सहयोग के लिए जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया जाएगा। यह शिविर जिला मुख्यालय के साथ विकासखण्ड स्तर पर भी आयोजित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त कैरियर मार्गदर्शन एवं परीक्षा परिणामों के उपरांत तनाव से गुजर रहे बच्चों के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाएगा। जिसके माध्यम से बच्चे काउंसलर के द्वारा तनाव प्रबंधन के साथ कैरियर मार्गदर्शन पर सलाह भी प्राप्त कर सकते हैं।