गरियाबंद
![अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मना अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मना](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17157701314.jpg)
किसानों को पौधों के स्वास्थ्य और बीमारी के बारे में दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 15 मई। कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर, रिलायंस फाउंडेशन और एनयूईएलडब्ल्यूटी के सहयोग से ग्राम पटेवा, जिला रायपुर में अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। जिसमें लगभग 250 महिला व पुरुष किसान उपस्थित थे। संतोष कुमार सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया। कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर के वैज्ञानिक डॉ.मुकेश कुमार पांडेय ने अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मनाए जाने के उदेश्य के बारे में ऑडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से महिला व पुरुष किसानों को विस्तृत रूप से बताया।
डॉ. मुकेश कुमार पांडेय ने पादप स्वास्थ्य प्रबंधन, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन और पौधों के स्वास्थ्य का महत्व और फसल हानि से बचना मुख्य विषय पर किसानों को ट्रेंनिंग दी। सामाजिक कार्यकर्ता उज्ज्वल कुमार ने एनयूईएलडब्ल्यूटी संस्था के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की। बताया कि पादप स्वास्थ्य से सम्बंधित गंभीर बीमारियां और कीट और बीमारी हर साल 40 फीसदी तक खाद्य फसलों को बर्बाद कर देते हैं। पिछले कई वर्षो से वातावरण में कई बदलाव देखे जा रहे हैं और इस बदलाव का असर इंसानों पर भी पड़ रहा है।
इसे रोकने हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस 2024 का विषय पौधा स्वास्थ्य, सुरक्षित व्यापार, डिजिटल प्रौद्योगिकी है। जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियां पारिस्थितिक तंत्र को बदल रही हैं। और जैव विविधता को खतरे में डाल रही हैं। साथ ही कीटों के पनपने के लिए नए स्थान बना रही हैं। ऐसे में पौधों की सुरक्षा के लिए कदम उठाकर हम भूख को रोकने, गरीबी को कम करने, जैव विविधता की रक्षा करने और भावी पीढिय़ों के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। एनयूईएलडब्ल्यूटी संस्था की ओर से कुछ पौधे वितरण किया गया। वर्षा आने पर पौध रोपण हेतु अभियान चलाया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पंच खेलावन साहू, श्यामलाल, कुलेश्वर साहू, मिथलेश साहू तरनि यादव, मौजूद थे।