रायगढ़
![फ्लाई ऐश डस्ट से ग्रामीण परेशान फ्लाई ऐश डस्ट से ग्रामीण परेशान](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17158515422.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 मई। रायगढ़ औद्योगिक नगरी के नाम से प्रख्यात है जहां आने को उद्योगों का संचालन हो रहा है पर जहां एक और देखा जाए तो उद्योगों द्वारा उद्योग का संचालन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे, वहीं दूसरी ओर समाज कल्याण के नाम पर जहर बंाटा जा रहा।
वहीं तमनार ब्लॉक के ग्रामीण विकास के नाम पर सिर्फ और सिर्फ प्रदूषण कि मार झेलते रहे हैं। फ्लाई ऐश कि समस्या अब ग्रामीणों के लिए नासूर बनती जा रही है, हवा के साथ लोगों को अब फ्लाई ऐश रुपी जहर भी फांकना पड़ रहा है।
फ्लाई ऐश कि समस्या से पीडि़त ग्रामीण विगत कई वर्षों से झेलने को मजबूर हैं , क्योंकि पीडि़त ग्रामीण वासियों कि कोई सुध लेने वाला नहीं, प्रत्येक वर्ष पडऩे वाले गर्मी में- पाता, बांधापाली, कुंजेमुरा, रेगांव समेत सलीहाभाठा, के निवासी इसी तरह धीमी जहर राख कि फांक लेकर जीवन जीने को मजबूर हैं पर किसी तरह का निदान नहीं होता बल्की निदान के नाम पर जिंदल कम्पनी प्रबंधन द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है, और फिर से वही हाल होता है।
कहा से आता है राख
जिंदल कंपनी द्वारा अपने चलित उद्योग में उपयोग में लाए जाने वाली कोयला का बचा खाक को निर्माणीय डैम में डाला जाता है जो पूर्व से उछल रहा है, जो धीमी हवा पर ही उडक़र गांवों में घरों खाना कपड़ों में मोटी मोटी परत के साथ जम जाता है जिससे जीवन जीना दूभर हो चुका है क्या इसी तरह कि समस्या से जूझते रहेंगे ग्रामीण या फिर समस्या का निवारण भी होगा।
इस संबंध में ग्राम कुंजारा के सरपंच जयपाल भगत ने बताया कि हम ग्रामीण इस वृहद समस्या से जूझ रहे हैं कोई सुध लेने वाला नहीं, खाने पीने पहनने लायक नहीं रहे, अब वृहद आंदोलन कि तैयारी की जा रही है।