राजनांदगांव
नांदगांव, केसीजी और एमएमसी जिले में कोचियों का राज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। राजनांदगांव, मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले में अवैध शराब बिक्री की शिकायत का मामला अब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह तक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को लेकर ठोस कार्रवाई करने जिला प्रशासन को दिए हैं, वहीं उन्होंने अफसरों की मिलीभगत की जांच करने का भी निर्देश दिये हंै।
राजनांदगांव के अलावा मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले में कोचियों ने अवैध शराब से भर्राशाही मचा रखी है। खैरागढ़ जिले में एक प्लेसमेंट एजेंसी के सुपरवाईजर ने भी अवैध तरीके से शराब बेचने से अफसरों के नाक में दम कर रखा है, वहीं मोहला-मानपुर इलाके में भी कोचियों ने सिंडिकेट बनाकर व्यापार शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष तक आबकारी महकमे की कार्यप्रणाली से संबंधित शिकायतें पहुंची है। विस अध्यक्ष ने कलेक्टर से पूरे मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि राजनंादगांव जिले में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान भी तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारियों ने जमकर शराब का कारोबार किया। इस मुद्दे को लेकर भाजपा आक्रामक रही। कांग्रेस सरकार पर भाजपा ने मिलीभगत के अलावा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, लेकिन सरकार बदलने के बावजूद अफसरों का रवैया बदला नहीं ।
स्पष्ट नहीं है कि अफसर किसके इशारे पर खुलेआम कोचियों के माध्यम से अवैध शराब बिक्री पर जोर दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि आबकारी महकमा धड़ल्ले से कोचियों को पनाह दे रहा है।
शराब दुकानों के बाहर कोचियों की टोली मंडराती साफतौर पर नजर आती है। मौका देखकर काउंटर से कोचियों को तय क्षमता से अधिक शराब की बोतलें बोरियों में दी जा रही है। तीनों जिलों में ओवर रेट में शराब बेचने की शिकायत पहुंची है।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई- भरत
अवैध शराब बिक्री और तस्करी की बढ़ती शिकायत से सत्तारूढ़ भाजपा के पदाधिकारी भी खफा हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा ने अफसरों के रवैये को लेकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि दोषी अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री और परिवहन को लेकर सरकार का रूख स्पष्ट है। राज्य सरकार की ओर से ऐसे अफसरों को पद से हटाने के लिए भी आग्रह किया जाएगा।