महासमुन्द
![एकलव्य विद्यालय प्रवेश परीक्षा, 696 परीक्षार्थी हुए शामिल एकलव्य विद्यालय प्रवेश परीक्षा, 696 परीक्षार्थी हुए शामिल](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1716111382G_LOGO-001.jpg)
महासमुंद,19 मई। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग महासमुंद द्वारा 18 मई को जिले में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों हेतु प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। जिले के तीन परीक्षा केन्द्रों में इस परीक्षा का आयोजन किया गया, जहां 897 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था, इनमें से 696 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए।
सहायक आयुक्त शिल्पा साय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा स्थापित राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जाता है। राज्य में इनका संचालन आदिवासी विकास विभाग द्वारा किया जाता है। इन विद्यालयों में अनुसूचित जनजाति के बच्चों को कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा एवं आवास की सुविधा नि:शुल्क है। ताकि अनुसूचित जनजाति के बच्चे सुविधाओं का लाभ उठाकर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर पायें।
महासमुंद जिले में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय ग्राम भोरिंग में पिछले 8 वर्षों से संचालित है। इस हेतु प्रतिवर्ष कक्षा 6 में प्रवेश हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजन आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा के लिए कुल 897 परीक्षार्थियों ने इस वर्ष पंजीयन कराया था। जिसके लिए परीक्षा केंद्र एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भोरिंग में 348, वेडनर स्कूल महासमुंद में 349 तथा सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद में 200 परीक्षार्थियों हेतु बैठक व्यवस्था की गयी थी।
जिनमें क्रमश: 260, 277 एवं 159 बच्चे परीक्षा में सम्मिलित हुए। कुल उपस्थिति का प्रतिशत 77.60 रहा। परीक्षा में आवश्यक व्यवस्था एवं सुचारू संचालन के लिए राज्य कार्यालय से पहुंचे निरीक्षण अधिकारी सहायक संचालक गुरमीत सिंह एवं सहायक आयुक्त शिल्पा साय के द्वारा सभी परीक्षा केन्द्रों पर सतत निरिक्षण किया गया।
जानकारी अनुसार परीक्षा समाप्ति पश्चात पूर्ण गोपनीयता के साथ सभी उत्तर पुस्तिकाएं राज्य कार्यालय भेज दिया जाता है जहां ंंसे परीक्षा परिणाम होने के पश्चात मेरिट के आधार पर बच्चों को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में प्रवेश दिया जाता है। परीक्षा संचालन में जिला नोडल अधिकारी के रूप में श्रवण कुमार टंडन, संयुक्त कलेक्टर एवं श्रीधर पंडा तहसीलदार महासमुंद के मार्गदर्शन में संचालित हुआ।