राजनांदगांव
![फूड लाईसेंस जारी करने 5 हजार की मांग, शिकायत कलेक्टर तक पहुंची फूड लाईसेंस जारी करने 5 हजार की मांग, शिकायत कलेक्टर तक पहुंची](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1716191737G_LOGO-001.jpg)
कलेक्टर ने कहा - जांच के बाद होगी कड़ी कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मई। जिले में फूड लाईसेंस के नाम पर व्यापारियों से सरकारी फीस के अतिरिक्त 5 हजार रुपए की मांग का मामला सामने आया है। व्यापारियों से न सिर्फ रिश्वत के तौर पर उक्त रकम मांगी जा रही है, बल्कि उनके खानपान से जुड़े संस्थानों से मेहमान नवाजी भी कराई जा रही है।
अब यह मामला कलेक्टर संजय अग्रवाल तक पहुंच गया है। व्यापारियों ने पहले एसडीएम अतुल विश्वकर्मा से मिलकर शिकायत की है। फूड लाईसेंस जारी करने वाले एक अफसर के नाम पर कलेक्टर से शिकायत की गई है।
इस संबंध में कलेक्टर अग्रवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि मुझ तक शिकायत पहुंची है। कल उक्त अफसर को तलब किया गया है।
ज्ञात हो कि जिले में सैकड़ों होटल-रेस्टोरेंट और कैफे की फूड लाईसेंस का हर साल रिन्यूवल किए जाने का प्रावधान है। इसके लिए राज्य सरकार ने फूड विभाग को लाईसेंस देने के लिए अधिकृत किया है। लाईसेंस के बाद ही खानपान के सामान का व्यापार होता है।
इन दिनों जिले में फूड लाईसेंस जारी करने वाले एक अफसर के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं। व्यापारियों को सीधे तौर पर दो हजार रुपए की तय सरकारी शुल्क के अतिरिक्त सीधे 5 हजार रुपए की मांग उक्त अफसर द्वारा की जा रही है।
दिलचस्प बात यह है कि अफसर स्वयं को राज्य के एक नेता का रिश्तेदार बताकर व्यापारियों को धमकाया भी जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि उक्त अधिकारी ने साफतौर पर कहीं भी शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं होने का दावा किया है।
बताया जा रहा है कि विभाग में फूड निरीक्षक के तौर पर पदस्थ उक्त अफसर को लेकर ठेले-खोमचे में व्यापार करने वाले कारोबारी भी परेशान हैं। व्यापारिक संघ इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के लिए एसडीएम से मुलाकात कर चुका है। कलेक्टर ने उक्त निरीक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं।