महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 20 मई। समीप के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा बया के अधीनस्थ सहकारी समिति रिकोकला में भूसा, रंग, सुतली, तिरपाल खरीदी के नाम पर लाखों का घोटाला करने की शिकायत के बाद इसकी जांच 23 मई को रखी गयी है।
ज्ञात हो कि रिकोकला धान खरीदी केंद्र के व्यवस्थापक द्वारा हमाली व अन्य खर्च सम्बन्धितों की बजाय अपनी पत्नी व खुद के खाते में ट्रांसफर करने की शिकायत बसंत ठाकुर द्वारा की गई थी।
आरोप है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा बया के अंतर्गत आने वाले धान संग्रहण केंद्र रीकोकला के समिति प्रभारी द्वारा इस वर्ष भूसा ,रंग , सुतली, तिरपाल खरीदी के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला किया गया है।
5 हज़ार से उपर किसी भी खरीदी पर निविदा बुलाई जाती है, मगर बगैर निविदा के दोगुने भाव में खरीदी कर समिति को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है। इस समिति में 2023-24 में एक किलो भी भूसा की खरीदी नहीं की गई है, जबकि समिति प्रभारी द्वारा भूसा खरीदी के नाम पर लाखों रुपए का आहरण कर लिया गया है उनके द्वारा रस्सी, रंग, तिरपाल खरीदी में भी भारी गबन करने की शिकायत की गई है। ज्ञात हो कि रीकोकला समिति प्रभारी पूर्व में सेल्समैन पद पर कार्यरत थे, तब राशन सामग्री में गबन के आरोप में निलंबित कर दिया गया था, परन्तु पिछली सरकार द्वारा इन्हें रिकोकला धन खरीदी समिति का प्रभारी बना दिया था।
किसानों के फिक्स डिपोजिट भी तोड़े
बताया जाता है कि कृषि साख सहकारी समिति पंजीयन क्रमांक 198 के प्रभारी समिति प्रबंधक के द्वारा फिक्स डिपॉजिट को तोडक़र नियम विरुद्ध तरीके से राशि का आहरण किया गया है, जो किसानों से ऋण लेते समय अमानत राशि के तौर पर ली जाती है और समिति के खाते में जमा किया जाता है। उस अमानत राशि को निकालना यानि समिति को घाटे में डालना है। राशि आहरण के लिए कोई ठोस वजह न हो, तब तक राशि आहरण नहीं किया जा सकता।
23 को होगी जांच-नायक
जिला सहकारी बैंक बया के शाखा प्रबंधक श्री नायक ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि बसंत ठाकुर की उक्त शिकायत पर जिले से जांच अधिकारी आ रहे है। 23 मई को रिकोकला सहकारी समिति के प्रबंधक को भी जांच हेतु बुलाया गया है। जांच के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।