बलौदा बाजार
![दवाईयां को शहर के बाहर फेंक आम जनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ दवाईयां को शहर के बाहर फेंक आम जनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1717941009alodabazar-123.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 9 जून। जिला मुख्यालय में कुछ नर्सिंग होम छोटे क्लीनिक व झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा संचालित दवा खाना में बायोमेडिकल कचरा के निपटारे में भरपूर कोताही बरती जा रही है। इसके द्वारा नियमानुसार अस्पताल में मरीज के इलाज के लिए प्रयुक्त किए गए इंजेक्शन की बोतल सीरीज समेत उपयोग की गई शेड्यूल ऐच श्रेणी के दवाईयां को शहर की बाहरी सीमा पर सडक़ के किनारे फेंक कर आमजनों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
यह स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में और भी गंभीर है। यहां अधिकांश झोलाछाप चिकित्सक बगैर योग्यता के इलाज कर रहे हैं।
स्थानीय एक प्रमुख नर्सिंग होम के संचालक ने बताया कि जिला मुख्यालय के अलावा भाटापारा व अन्य शहरों में स्थित नर्सिंग होम अथवा अस्पतालों द्वारा रायपुर बिलासपुर की कंपनी से अनुबंध किया गया है जो निर्धारित शुल्क लेकर ऐसे कचरे को संग्रहित करने का कार्य करते हैं।
अस्पताल संचालक पहले ऐसे बायो में मेडिकल वेस्ट को निर्धारित बॉक्स व इसके लिए अस्पताल परिसर में बनाए गए पृथक कक्षा में स्टोर करते हैं।
इन कचरो के संबंधित कंपनी की वहां प्रत्येक दो-तीन दिन में अस्पताल में एकत्र कर निपटारे हेतु ले जाते हैं वहीं कुछ नर्सिंग होम दवा खाना संचालक द्वारा रुपए बचाने के फेर में इन कंपनियों को बायोमेडिकल कचरा देने की बजाय चुपचाप तरीके से शहर के बाहरी मार्गों पालिका के कचरा डंपिंग यार्ड के अलावा मैदानों, खेतों अथवा सुनसान स्थान पर फेंक दिया जाता है। जिसमें बड़ी संख्या में शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने वाले कुछ झोलाछाप चिकित्सक भी है।