दुर्ग
माह में 17 रेक की जरूरत मगर मिल रहा मात्र 10
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 जून। पर्याप्त रेक नहीं मिलने से एफसीआई को चावल जमा करने में दिक्कतें आ रही है माह में 17 रेक की जरूरत मगर लगभग 10 रेक ही मिल पा रहा है समय पर रेक नहीं मिलने की स्थिति बनी रही दिसंबर माह तक भी खरीफ विपणन वर्ष 2023 -24 का लक्ष्य के अनुरूप संपूर्ण चावल जमा नहीं हो पाएगा।
जानकारी के अनुसार राज्य विपणन संघ नवा रायपुर द्वारा माह जून 2024 में जिले को भारतीय खाद्य निगम में कुल 59970 मीट्रिक टन (2068 लाट ) चावल जमा करने का लक्ष्य मिला है इनमें अरवा चावल 25,555 मीट्रिक टन (881) लॉट) एवं उसना चावल 34,415 मीट्रिक टन (1187 लॉट) जमा किया जाना है। मार्कफेड द्वारा दिये गये लक्ष्य के आधार पर एफसीआई अरवा में 10 रेक एवं उसना में 7 रेक च कुल 17 रेक चावल का परिदान किया जाना है। मगर 10 जून की स्थिति तक दुर्ग डीपो प्वाइंट से अरवा चांवल का मात्र 5 रेक ही प्राप्त हो पाया है।
1 लाख 91 हजार टन चावल जमा करना है बाकी
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में भारतीय खाद्य निगम में अरवा एवं उसना कस्टम मिलिंग के लिए जिले के राईस मिलरों द्वारा 7 लाख4 हजार 530 मीट्रिक टन धान का उठाव किया गया है। जिसका अनुपातिक चावल 4 लाख80 हजार 73 मीट्रिक टन जमा किया जाना है। इसके विरुद्ध 10 जून की स्थिति में 2 लाख88 हजार 877 मीट्रिक टन चावल जमा हो पाया है, जबकि 1 लाख91 हजार196 मिट्रिक टन चावल जमा किया जाना शेष है। वर्तमान में जिस गति से रेक मिल रहा है। ऐसे में दिसंबर माह तक उक्त संपूर्ण चावल जमा कर पाना मुश्किल होगा माह जून 2024 में दुर्ग जिले को प्राप्त लक्ष्य अनुसार चांवल जमा करने के लिए 17 रेक प्रदाय करने के साथ समय पर रेक प्रदाय कराने की जरूरत है।
बारिश में राईस मिलो में रखे धान को नुकसान की संभावना
जिले के राईस मिलरों के का कहना है कि एफसीआई में चांवल जमा करने के लिए जगह नहीं होने के कारण राईस मिलों में रखे धान को बारिश में नुकसान होने की संभावना है राइस मिलरों ने इस संबंध खाद्य विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
अधिक रेक प्रदाय करने लिखा गया है पत्र - दीपांकर
खाद्य नियंत्रक सीपी दीपांकर का कहना है कि समय पर कस्टम मिलिंग का चावल जमा हो जाय इसके लिए भारतीय खाद्य निगम में कस्टम मिलिंग का शेष चांवल जमा करने नियमित रूप से अधिक रेक प्रदाय किये जाने के लिए पत्र लिखा गया है।