सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,12 जून। पिछले चार वर्षों की भांति इस वर्ष भी गंगा दशहरा के दिन स्थानीय शंकरघाट पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा।
मान्यता के अनुसार भगीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव की जटाओं में विराजीं मां गंगा इसी दिन धरती पर उतरी थी और भगीरथ के पूर्वजों को मोक्ष प्रदान किया था, तब से इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। पूर्व में सरगुजा अंचल में यह दिन बड़े त्यौहार के रूप में मनाया जाता था तथा स्थानीय हरसागर तालाब के किनारे इस दिन विशाल मेले का आयोजन होता था। कालांतर में तालाब के किनारे हुए अतिक्रमण के कारण यहां यह आयोजन बंद हो गया, परन्तु श्री शंकरघाट सेवा समिति द्वारा एक बार फिर से गंगा दशहरा को सरगुजा अंचल की जीवंत परम्परा के रूप में स्थापित किया जा रहा है।
श्री शंकरघाट सेवा समिति द्वारा इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। समिति के सदस्यों ने बताया कि विगत चार वर्षों से हो रहे इस आयोजन को इस वर्ष भी भव्य तरीके से मनाने के लिए तैयारियां की जा रही है।
16 जून रविवार को गंगा दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन स्थानीय शंकरघाट पर दोपहर 12 बजे से अनवरत भंडारा होगा। शाम को 4 बजे से भजन संध्या का कार्यक्रम प्रारंभ होगा। शाम को सूर्यास्त के पश्चात भव्य गंगा आरती बनारस से आए समूह के द्वारा की जाएगी। आरती के बाद यहां प्रसाद वितरण किया जाएगा। समिति द्वारा यहां अधिक से अधिक लोगों को पहुंचने का आग्रह किया गया है।