रायपुर
![शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में योग महोत्सव शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में योग महोत्सव](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/171855155602.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 जून। गृह सचिव एवं अग्निशमन व आपदा प्रबन्धन के महानिदेशक अरूण देव गौतम ने ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में आयोजित योग महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होने कहा था कि निरोग चित्त ही योग है। चित्त शरीर का अंग नहीं है। चित्त को समझने के लिए देह और उसके सभी पक्षों को समझना होगा। देह के उपर है मन और बुद्घि। उसके उपर है चित्त। मन में विचार पैदा होते हैं। चित्त में पुराने संस्कार भरे रहते हैं। इन सबको एकनिष्ठ व समन्वित करना ही योग है।
इन्दौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि आत्मा का सम्बन्ध परमपिता परमात्मा से जोडऩा ही राजयोग है। राजयोग सेे हमारे कर्मोंमें श्रेष्ठता और कुशलता आती है। राजयोग हमें अनेक बिमारियों से भी मुक्ति दिलाता है।
संयुक्त जिलाधीश एवं उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी (स्वास्थ्य संचालनालय) विनय अग्रवाल ने कहा कि राजयोग तन और मन दोनों को स्वस्थ बनाता है। उन्हें एलर्जी की शिकायत थी। हमेशा सर्दी, जुकाम लगा रहता था। डॉक्टर उन्हें एन्टीबायोटिक दवाएं दे देते थे किन्तु समस्या हल नहीं हो रही थी। जब मैने राजयोग मेडिटेशन करना शुरू किया तो पूरी तरह से मेरी एलर्जी ठीक हो गयी।
छत्तीसगढ़ योग आयोग के मुख्य प्रशिक्षक छबिराम साहू ने कहा कि अपने कार्य को अच्छी तरह से कुशलता पूर्वक करना ही योग है। योग हमारे चित्त और वृत्तियों को नियंत्रित करता है। यह जीवन जीने की कला है।
राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी अदिति दीदी ने कहा कि आजकल लोगों में योग के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है लेकिन उन्हें पता नहीं है कि कौन सा योग सही है। अनेक अनुसंधानों से यह साबित हो गया है कि नब्बे प्रतिशत बिमारियों का सम्बन्ध मन से है। इसलिए मन को शक्तिशाली बनाने के लिए राजयोग जरूरी है।
इस अवसर पर श्रीमती ज्योति साहू, अनिता साहू, विश्राम यादव, उमाभारती साहू और परस साहू ने ब्रह्माकुमारी संगठन के साधकों को वृक्षासन, पाद हस्तासन, वज्रासन, दण्डासन आदि विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया। कु. शारदा नाथ ने योग दिवस से सम्बन्धित स्वरचित गीत गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया।