बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 जून। बलौदाबाजार हिंसा के एक सप्ताह बीतने के बाद भी नगर के लोगों में दहशत है। बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। इधर कलेक्टर ने यहां धारा 144 की मियाद को चार दिन यानी 20 जून के लिए बढ़ा दिया है।
सोमवार को कलेक्टर ने अपने जारी आदेश में कहा है कि 10 जून को कलेक्ट्रेट परिसर में हुई घटना के बाद जिला कार्यालय परिसर में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों एवं शहर के निवासियों में अभी तक भय व्याप्त है। इसलिए 16 जून तक लागू 144 धारा को चार दिनों के लिए 20 जून तक किया जा रहा है। इस वजह से यहां कांग्रेस के आज मंगलवार को प्रस्तावित प्रदर्शन को अनुमति नहीं मिली है। इस तरह प्रदेश में भले ही आज कांग्रेस प्रदर्शन हो, लेकिन बलौदाबाजार में नहीं होगा। स्थिति नियंत्रण में है, पर सामान्य नहीं है।
सोमवार को बाजारों से बकरीद की रौनक गायब रही तो नए शिक्षा सत्र की शुरुआत के पहले बाजारों में जुटाने वाली भीड़ भी नहीं दिख रही है। चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जुगल भट्टर का कहना है कि कलेक्टरेट में हुई हिंसा के बाद दहशत के माहौल के चलते सप्ताह भर में ही बाजार में करोड़ों रुपए का व्यवसाय प्रभावित हुआ है।
अमित जोगी आमरण अनशन की तैयारी में
वहीं सोमवार को अपने ट्वीट में जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी ने लिखा कि बलौदाबाजार जिले का नाम घासीदासधाम किया जाए। साथ ही हाई कोर्ट के जज की विवेचना रिपोर्ट आने तक मामले में गिरफ्तार सभी बंदियों को बिना शर्त रिहा किया जाए। इन दो मुद्दों को लेकर मैं 1 जुलाई से बलौदाबाजार में आमरण अनशन करूंगा।
चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा-हमारे कार्यकर्ताओं की पिटाई निंदनीय
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने भी बलौदाबाजार हिंसा मामले में ट्वीट किया है। उनका कहना है कि जैतखाम (सतनामी पंथ के ध्वज) को काट कर फेंकने की घटना पर एक महीने तक कोई कार्रवाई नहीं की, वहीं असामाजिक तत्वों की ओर से हुई तोडफ़ोड़ पर हमारे कार्यकर्ताओं की पिटाई निंदनीय है। बर्बरतापूर्ण दमन को तत्काल रोकने की मांग करता हूं जल्द मैं रायपुर पहुंचकर पीडि़त परिवारों से मिलूंगा।
चंद्रशेखर आजाद के ट्वीट पर आ रहे कमेंट्स देखकर इंटेलिजेंस एजेंसी के कान खड़े हो गए। खुफिया विभाग को अलर्ट कर दिया है।
भाजपा कांग्रेस ने एक दूसरे पर मढ़ा आरोप
गिरफ्तारियां को लेकर सियासी बयानबाजी बढ़ रही है। घटना के बाद सोमवार को भाजपा की जांच समिति कलेक्टरेट परिसर का मुयाआना करने पहुंची। टीम में शामिल राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कलेक्टरेट परिसर में हुई हिंसा को विधानसभा और लोकसभा की हार से तिलमिलाए कांग्रेसियों का षड्यंत्र बताया तो वहीं सोमवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि मामले की अगर निष्पक्ष जांच कराई जाए तो आरोपी भाजपा के ही नेता निकलेंगे। उन्होंने कहा कि अपना गुनाह छुपाने के लिए हम पर आरोप लगा रहे हैं।