बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 19 जून। ईद उल अजहा के मौके पर भाटापारा ईदगाह में मुस्लिम समाज द्वारा ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई। आकिब मेमन ने बताया ईद उह अजहा का त्यौहार कुरबानी और अल्लाह को राजी करने के मनाया जाता है।
अल्लाह की राह में रजा के लिए अपनी प्यारी चीज को कुर्बान कर गरीबों और रिस्तेदारों में हिस्सा बांटा जाता है। इस्लाम धर्म के पैगम्बर हजरत इब्राहिम के बलिदान के याद में इस त्योहार को मनाया जाता है।
मेमन ने बताया एक बार हजरत इब्राहिम के ख्वाब में अल्लाह ने उनका इम्तेहान लेने के लिए उन्हें अपनी सबसे प्यारी चीज कुर्बान करने को कहा तब हजरत इब्राहिम ने अपने सबसे प्यारे और एक लौते बेटे को अल्लाह के राह में कुर्बान करने का इरादा किया था, जिसके बाद अल्लाह ने उनकी नियत को देखते हुए राजी होकर उनके बेटे की जगह एक बकरे की कुर्बानी ली तब से उनकी याद ने सभी मुस्लिम आज के दिन बकरे की कुर्बानी करके अल्लाह से राजी होने की दुआ करते है।
मुस्लिम समाज के ईमाम, जामा मस्जिद भाटापारा के अध्यक्ष अब्दुल कादर मेमन, सचिव रफीक शहजादा, रफीक जलीयावाला, आकिब मेमन, शादाब जालियावाला, राजा खान, जीशान जालियावाला, सोहैल मेमन, अफजल मेमन, शहीद पारेख, हनीफ पारेख, मोईन पारेख, अनवर मंसूरी एवं समाज के अध्यक्ष समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी और सभी मुस्लिम समाज के बुजुर्ग जवान और बच्चे उपस्थित रहे।