सरगुजा
अनाज भी चट, ग्रामीणों ने आश्रम में ली शरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 20 जून। सरगुजा जिला के मैनपाट विकासखंड के मोहनाडीहारी पहाड़ी कोरवा बस्ती में हाथियों ने बुधवार की पूरी रात जमकर उत्पात मचाते हुए 7 पहाड़ी कोरवा जनजाति के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। यही नहीं हाथियों ने घर में रखे अनाज को भी चट कर लिया।
हाथियों के हमले से गांव में अफरा- तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागकर जान बचाते नजर आए। मोहनाडीहारी पहाड़ी कोरवा बस्ती में हाथियों के आमद से आसपास के कई गांवों में दहशत का माहौल है। हाथियों के हमले से प्रभावित ग्रामीणों ने पहाड़ी कोरवा आश्रम उड़मकेला में शरण ली।
मैनपाट वन परिक्षेत्र में 13 हाथियों का दल विचरण कर रहा है, जिनमें से 9 हाथी बुधवार की रात करीब 11 बजे मोहनाडीहारी पहाड़ी कोरवा बस्ती में अचानक पहुंचे और सात पहाड़ी कोरवा लोगों के मकान में तोडफ़ोड़ किया,यही नहीं हाथियों ने कई क्विंटल अनाज भी खा गए, जिससे ग्रामीणों के सामने खाद्यान्न संबंधी समस्या भी उत्पन्न हो गई है।
ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों के दल ने रात 11 से गुरुवार की तडक़े 5 बजे तक उक्त ग्राम में डेरा डाले हुए थे और मकान को क्षतिग्रस्त किया, इसके पश्चात हाथी पास के ही जंगल में चले गए। इधर, घटना की सूचना मिलते ही गुरुवार को वन अमला मौके पर पहुंच नुकसान हुए घर व सामग्रियों का आंकलन करने में जुटी हुई थी।
हाथी दल ने मुन्ना कोरवा, मनमोहन कोरवा,सोमारू कोरवा, पंडरु कोरवा, बाबूलाल सहित सात लोगों के मकान को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया एवं उनके घर में रखे अनाज को भी खा गए।
वन विभाग आसपास के ग्रामवासियों को भी अलर्ट मोड पर रखा है एवं हाथियों से किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं करने की बात कही है।
इधर, बरसात के समय में हाथियों ने आधा दर्जन से अधिक पहाड़ी कोरवा लोगों को बेघर कर दिया जिसके सामने कारण उनके सामने रहने एवं खाद्यान्न संबंधी समस्या उत्पन्न हो गई है। सात परिवार के लगभग 30 लोगों पहाड़ी कोरवा आश्रम में रुके हैं,जिनके खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा कराई जा रही है। बहरहाल वन विभाग हाथियों पर नजर रखी हुई है एवं प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंच रही है।